लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में युवती से बलात्कार तथा पीड़िता के पिता की हिरासत में मौत के प्रकरण की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) बनायी गयी है.
इस मामले में बलात्कार के आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह सेंगर को मंगलवार सुबह उन्नाव से गिरफ्तार किया गया और उन पर अन्य धाराओं के अतिरिक्त हत्या की धारा आईपीसी 302 भी जोड़ी गयी है.
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने कहा कि प्रकरण से जुड़े सभी पहलुओं की जांच एसआईटी करेगी. डीआईजी (कानून व्यवस्था) प्रवीन कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एसआईटी टीम एडीजी लखनऊ जोन की देखरेख में काम करेंगी.
अपराध शाखा की इस टीम में डीएसपी स्तर की एक महिला अधिकारी तथा अन्य पुलिस कर्मी है. उन्नाव पुलिस इसकी जांच में मदद करेगी. टीम सीधे एडीजी लखनऊ को रिपोर्ट करेगी तथा अगर जांच के लिये किन्ही प्रोफेशनल की जरूरत पड़ी तो यह टीम उन्हें भी जांच में शामिल कर सकती है। यह टीम किसी को भी पूछताछ के लिये बुला सकेगी.
उधर दूसरी तरफ उन्नाव में बलात्कार पीड़िता के पिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत को लेकर मीडिया में आयी खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस भेजकर चार सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
आयोग ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेजकर इस प्रकरण पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गयी है. यह भी पूछा गया है कि प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गयी है.
आयोग ने कहा कि यदि आरोप सही हैं तो यह पीड़िता के परिवार के मानवाधिकार हनन का गंभीर मुद्दा बनता है. डीआईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि पिटाई के इस मामले में सोमवार को गिरफ्तार किये गये सोनू, बउवा, विनीत और शैलू के खिलाफ भी अन्य धाराओं के साथ धारा 302 भी जोड़ दी गयी है.
इस बीच भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर ने आरोपों से इनकार करते हुए इसे अपने विरोधियों की साजिश बताया. उन्होंने कहा कि वह इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते है ताकि सच्चाई सामने आ सके. इससे पहले अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि इस प्रकरण में अभी किसी को क्लीन चिट नहीं दी गयी है तथा जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.
गौरतलब है कि पीड़िता के पिता की सोमवार को उन्नाव में हिरासत में मौत हो गयी थी जिसके बाद पीड़िता ने आरोप लगाया कि विधायक के इशारे पर उसके पिता की जेल में हत्या की गयी है. उन्नाव के मुख्य चिकित्साधिकारी एस पी चौधरी ने बताया कि पीड़िता के पिता की मौत संभवत: सदमे और सेप्टीसीमिया की वजह से हुई.
लड़की का आरोप है कि भाजपा विधायक सेंगर और उनके भाइयों ने उसके साथ बलात्कार किया. उन्नाव की पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि देवी के मुताबिक लड़की के पिता को आठ अप्रैल को जिला जेल से अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी थी.
बलात्कार पीड़िता के पिता को पांच अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था. पिता की विधायक के भाई ने कथित तौर पर पिटाई की थी. इस मामले में माखी थाना प्रभारी अशोक कुमार सिंह और पांच अन्य पुलिसकर्मियों को अब तक निलंबित किया जा चुका है.