कोलचोकड़ा. बिजली की मांग को लेकर ग्रामीणों ने विधायक को घेरा
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10 साल से लगा है पोल, पर आज भी है बिजली का इंतजार
कोलचोकड़ा. बिजली की मांग को लेकर ग्रामीणों ने विधायक को घेरा विधायक का घेराव कर ग्रामीणों ने कहा कि गांव में शीघ्र बिजली बहाल नहीं हुई, तो ग्रामीण सड़क में उतरने के लिए बाध्य होंगे. चक्रधरपुर : कोलचोकड़ा पंचायत के आदिवासी टोला में 10 वर्ष पूर्व पोल गाड़े गये, लेकिन आज तक बिजली बहाल नहीं […]
विधायक का घेराव कर ग्रामीणों ने कहा कि गांव में शीघ्र बिजली बहाल नहीं हुई, तो ग्रामीण सड़क में उतरने के लिए बाध्य होंगे.
चक्रधरपुर : कोलचोकड़ा पंचायत के आदिवासी टोला में 10 वर्ष पूर्व पोल गाड़े गये, लेकिन आज तक बिजली बहाल नहीं हुई है. इतना ही नहीं बगैर बिजली जलाये, बिल भी हर महीने पहुंच जाता है. इससे आक्रोशित ग्रामीण बिजली की मांग को लेकर शनिवार को समाजसेवी उत्तम साहु के नेतृत्व में विधायक आवास पहुंच गये और विधायक शशिभूषण सामड का घेराव किया.
ग्रामीणों ने कहा कि शहर से सटे कोलचोकड़ा पंचायत के आदिवासी टोला में राजीव गांधी ग्रामीण विद्युत योजना के तहत पोल लगाये गये, लेकिन 10 साल गुजर जाने के बाद भी बिजली के तार नहीं खींचे गये हैं. इस कारण शहर से सटे होने के बावजूद ग्रामीण अंधेरे में जी रहे हैं. बताया कि बिजली बहाली को लेकर 50 से 60 बार विभाग को आवेदन दिया गया, धरना-प्रदर्शन किया गया. बावजूद किसी तरह की पहल नहीं की जा रही है.
ग्रामीणों ने कहा कि गांव में शीघ्र बिजली बहाल नहीं हुई, तो ग्रामीण सड़क में उतरने के लिए बाध्य होंगे. इस अवसर पर महावीर गागराई, विनोद बोदरा, नेपाली बोदरा, रमेश गागराई, जीतेन बोदरा, टोटो मेलगांडी, चंदन उगरसांडी, शिवनाथ पांडेया, साकारी गोप, कुवंर सिंह मेलगांडी, वीरसिंह बोदरा, परदेशी बोदरा, गंगाराम बाडिंग, धौनी मेलगांडी, साहेब कालुंडीया, सुनील गागराई, सालुका गागराई समेत काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.
बिजली नहीं, गांव में पहुंच रहा हर माह बिल
विधायक के आवास पर शशिभूषण सामड का घेराव करते ग्रामीण.
प्रखंड मुख्यालय से सिर्फ दो किमी दूर है कोलचोकड़ा
प्रखंड मुख्यालय से दो किमी दूर शहर से सटे कोलचोकड़ा पंचायत के श्यामरायडीह, कोलचोकड़ा, देवगांव, कुरूलिया आदि गांवों में बिजली है, लेकिन आदिवासी टोला में बिजली नहीं है. विभाग द्वारा आदिवासी टोला को उपेक्षित रखा गया है. करीब 400 आबादी वाले इस गांव में बिजली नहीं रहने से ग्रामीण रात में अपने को असुरक्षित महसूस करते हैं.
गांव में नहीं है बिजली, पहुंचता है बिल
टोला के ग्रामीणों ने बताया कि बगैर बिजली के ही विभाग द्वारा बिल भेज दिया जा रहा है. इससे ग्रामीण काफी परेशान हैं. बिल के संबंध में भी कई बार उपभोक्ताओं ने विद्युत विभाग को लिखित शिकायत दी, लेकिन बिल आना बंद नहीं हुआ. गांव के वीर सिंह बोदरा, साकमा गागराई, रतन बोदरा, भगवान दास पाड़ेया, कानू पाडेया, मछुवा कालुंडिया, तुलसी गागराई, खोगेश्वर कुमार महतो, बागुन प्रधान, दिवाकर प्रधान, बासु सुरिन, राजू पाडेया एवं बेलु बांकिरा हर महीने बिल भेज दिया जा रहा है.
सोमवार को होगा गांव का निरीक्षण : विधायक
विधायक शशिभूषण सामड ने ग्रामीणों की बातें सुनने के बाद विद्युत विभाग के एसडीओ से फोन पर वार्ता की. इसके बाद विधायक श्री सामड ने कहा कि विभाग के एसडीओ के साथ वे सोमवार को गांव का निरीक्षण करेंगे. उन्होंने कहा कि पोल लगने के 10 साल बाद क्यों गांव में बिजली नहीं पहुंची है, इसकी समीक्षा कर मामले का समाधान किया जायेगा.
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