धालभूमगढ़ : सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन व समन्वय के लिए शुक्रवार को धालभूमगढ़ प्रखंड के एटिक भवन में सीओ हरीश चंद्र मुंडा की अध्यक्षता में ग्राम प्रधानों की बैठक हुई. मौके पर सीओ ने कहा कि ग्राम प्रधान बाहरी लोगों के बहकावे में न आयें. सूचना मिल रही है कि कुछ लोग ग्रामप्रधान और ग्रामसभा का मिस यूज करने की फिराक में हैं. कतिपय कुछ लोग निजी हित के लिए ग्रामसभा को हाई जैक कर रहे हैं. सरकार छोटी-छोटी समस्याओं को संज्ञान नहीं लेती है,
लेकिन जरूरत पड़ने पर विधि-व्यवस्था को चुनौती देने वालों पर कार्रवाई करने से भी पीछे नहीं हटेगी. उन्होंने कहा कि बेहतर समन्वय और सूचना आदान-प्रदान के लिए पंचायतवार ग्राम प्रधान प्रतिनिधि चयन कर सकते हैं. ग्राम प्रधानों को लगता है कि कहीं उनके अधिकारों का हनन हो रहा है, तो ग्राम प्रधान सर्वोच्च न्यायालय में रीट पिटीशन दायर कर सकते हैं. कोर्ट के फैसले को सरकार लागू करने के लिए बाध्य है. उन्होंने ग्राम प्रधानों से अपील की कि सरकारी योजना कार्यान्वयन से सहयोग करें. इधर, मौजूद ग्रामप्रधानों की अोर से देवशोल के ग्राम प्रधान दाखिन हांसदा ने कहा कि योजना क्रियान्वयन के लिए पूरे गांव का विस्थापन होगा. पारंपरिक देवस्थल से छेड़छाड़ होगा,
तो इसका विरोध करेंगे. अन्य कई मामले भी सामने आयें. बैठक में निर्मण लिया गया कि प्रति माह सीओ ग्राम प्रधानों संग बैठक करेंगे. बेहतर समन्वय और सूचना आदान- प्रदान के लिए पंचायतवार ग्राम प्रधान प्रतिनिधि चयन किया गया. कोकपाड़ा पंचायत से लक्ष्मीकांत नायक, महुलीशोल स्वपन महतो, नूतनगढ़ के शंकर चंद्र किस्कू, कोकपाड़ा-नरसिंहगढ़ के बासुदेव सिंह, कानास के विमलेंदू मंडल, पावड़ा-नरसिंहगढ़ से दाखिन हांसदा, जुगीशोल से हेमचंद्र महतो, रावताड़ा से सीता राम टुडू, मौदाशोली से अमन चंद्र सोरेन, जुनबनी के मंगल मानकी का चयन किया गया. बैठक में छुकू हांसदा, कारू मार्डी, आनंद सिंह, रंजीत महतो, श्याम चरण हांसदा, दुखु हांसदा, सनातन माझी, मातला मुर्मू, महेश मार्डी, लाल मोहन मुंडा, दुर्गा चरण मुर्मू, दिकू राम हांसदा, दिलीप नमाता, वीर सिंह मुंडा उपस्थित थे.