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जिले में 20 करोड़ से ज्यादा का ट्रांजेक्शन
रविकांत साहू सिमडेगा : 500 व 1000 के नोट को अचानक बंद कर दिये जाने के बाद गुरुवार को पहला दिन बैंक खुला. बैंक खुलते के साथ ही ग्राहकों की भीड़ बैंकों में उमड़ पड़ी. आज शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में 20 करोड़ से भी ज्यादा का ट्रांजेक्शन हुआ. उक्त ट्रांजेक्शन में बड़ा हिस्सा ग्राहकों […]
रविकांत साहू
सिमडेगा : 500 व 1000 के नोट को अचानक बंद कर दिये जाने के बाद गुरुवार को पहला दिन बैंक खुला. बैंक खुलते के साथ ही ग्राहकों की भीड़ बैंकों में उमड़ पड़ी. आज शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में 20 करोड़ से भी ज्यादा का ट्रांजेक्शन हुआ. उक्त ट्रांजेक्शन में बड़ा हिस्सा ग्राहकों द्वारा जमा करायी गयी राशि का है. आज प्रति व्यक्ति चार हजार रुपये के हिसाब से पुराने नोट भी बदले गये. पुराने रुपये बंद किये जाने के बाद गुरुवार को दूसरे दिन भी बाजार में मंदी देखी गयी.
आज भी खुदरा बाजार प्रभावित हुआ. थोक व्यवसाय भी प्रभावित हुआ. इधर, सुबह बैंक खुलने के साथ ही बैंकों में ग्राहक रुपये जमा करने तथा रुपये बदलने के लिए बैंकों में पहुंचे. बैंक में अत्यधिक भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन की पैनी नजर बैंकों पर बनी रही. एसडीपीओ अमित सिंह एसबीआइ में भीड़ को नियंत्रित करते हुए देखे गये. पुलिस बल द्वारा सभी बैंकों का नियमित रूप से निरीक्षण किया गया. एलडीएम श्री सहगल ने बताया कि जिले में 20 करोड़ से भी ज्यादा का ट्रांजेक्शन हुआ है. बैंक ऑफ इंडिया द्वारा पांच करोड़ से ज्यादा का ट्रांजेक्शन किया गया है. एसबीआइ में साढ़े तीन करोड़ का व्यवसाय हुआ. इसके अलावा अन्य बैंकों में साढ़े 11 करोड़ से भी ज्यादा का ट्रांजेक्शन हुआ. श्री सहगल ने बताया कि किसी भी बैंक में किसी प्रकार कोई दिक्कतें नहीं हुई.
जलडेगा में बैंक के खुलते ही ग्राहकों की भीड़ बैंक में लग गयी. यहां पर ग्राहकों द्वारा बड़े पैमाने पर बैंक में राशि जमा करायी गयी. बैंक से ग्राहकों को भुगतान नहीं किया गया, जिससे ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना काना पड़ा. जलडेगा के ग्रामीण क्षेत्रों में भयवश ग्रामीण 500 के नोट को 300 से 400 में बेच रहे है. प्रखंड में खुदरा व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया है. ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
इधर, केरसई ग्रामीण बैंक में भी रुपया जमा किया गया, किंतु ग्राहकों को रुपये बदल कर नहीं दिये गये और न ही उन्हें भुगतान किया गया. कोलेबिरा में बैंक ऑफ इंडिया तकनीकी खराबी के कारण बैंक 12 बजे के बाद खुला. वहीं ठेठइटांगर में नकद की कमी हो गयी थी, जिसे उपायुक्त के आदेश पर एलडीएम द्वारा उपलब्ध कराया गया. बोलबा में भी बैकों में राशि जमा ली गयी, किंतु भुगतान नहीं किया गया.
कोलेबिरा बैंक ऑफ इंडिया में 65 लाख रुपये, यूबीआइ में 30 लाख रुपये, ग्रामीण बैंक में 25 लाख से भी ज्यादा की राशि (500 तथा 1000 के नोट) ग्राहकों द्वारा जमा करायी गयी. यहां पर समय से पहले यूबीआइ तथा ग्रामीण बैंक को बंद कर दिया गया. वहीं बैंक ऑफ इंडिया की शाखा खुली रही.
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