जलडेगा: मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद जलडेगा प्रखंड के कारीमाटी गांव को आदर्श ग्राम बनाने की कवायद शुरू हो गयी है. शनिवार को प्रखंड के कारीमाटी गांव उपायुक्त व एसपी पहुंचे, वहां जनता दरबार का आयोजन किया गया. उपायुक्त मंजूनाथ भंजत्री ने कहा कि गांव में शराब का सेवन बंद करने के साथ हड़िया दारू की चुलाई भी बंद करें. गांव को आदर्श गांव बनायें. हड़िया दारू बनाने वाली महिलाएं सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से जुड़ कर स्वरोजगार से आमदनी बढ़ा सकती हैं.
मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, मछली पालन व सूअर पालन सहित लघु व कुटीर उद्योग अपना कर भी रोजगार मिलेगा. हड़िया दारू मुक्त गांव होने पर मुख्यमंत्री द्वारा घोषित एक लाख रुपये भी गांव के विकास के लिए दिये जायेंगे. उन्होंने ग्रामीणों से हड़िया दारू के सामान व शराब के लिए बोथी गयी सामग्री को नष्ट करने का अाह्वान किया. इसके एवज में मुआवजा देने की भी घोषणा की गयी.
उन्होंने कहा कि जिस गांव में बिजली नहीं है, वहां सोलर सिस्टम से बिजली दी जायेगी. एसपी राजीव रंजन सिंह ने कहा कि गांव में शांति बनायें रखें तथा गांव में सभी मिलजुल कर रहे. कोयली देवी तथा उसके परिवार को भी साथ लेकर चलें. कोई भी व्यक्ति उन्हें अपमानित या उनसे दुर्व्यवहार न करे. गांव के विकास के लिए सरकार भी आपकी मदद करेगी. विकास व तरक्की कैसे हो, इस पर मंथन करें. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के बीच जो मामला दर्ज हुआ था, उसे खारिज किया जायेगा, जिसमें सच्चाई नहीं है. एसपी ग्रामीणों की विभिन्न समस्याओं से भी अवगत हुए. प्रशासन ने ग्रामीणों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया. कोयली देवी के पुत्र के कुपोषण से ग्रसित होने की खबर के बाद उपायुक्त व एसपी ने उसे टेबल पर खड़ा कर देखा. बच्चे का पेट फूला हुआ पाया गया. स्वास्थ्य विभाग को इस संदर्भ में आवश्यक दिशा- निर्देश भी दिया गया. कार्यक्रम के बाद हड़िया दारू बनाने वाले 21 लोगों की सूची बनायी गयी.
शराब बनाने के लिए जो सामान रखे गये थे, उन सभी सामान को थाना प्रभारी व बीडीओ द्वारा घर-घर जाकर नष्ट किया गया. नष्ट किये गये सामान का मुआवजा दिया गया. ग्रामीणों ने शराब नहीं बनाने का संकल्प लिया. मौके पर कनीय अभियंता सुरेश राम, पंचायत सचिव पीटर केरकेट्टा, जनसेवक दामोदर प्रसाद, सुखदेव सिंह, रघुनाथ सिंह, मसकलयान समद व जय बड़ाइक सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.