Advertisement
बच्ची से रेप व हत्या करनेवाले को फांसी
सरायकेला. जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज श्रीवास्तव ने सुनाया फैसला सरायकेला : छह वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म व हत्या करने के आरोपी दुर्गा सोरेन को जिला एवं सत्र न्यायधीश मनोज कुमार श्रीवास्तव की अदालत ने मंगलवार को फांसी की सजा सुनायी. राजनगर थाना अंर्तगत बेड़ाकुदर गांव में 08 नवंबर 2011 को मुंहबोले चाचा दुर्गा […]
सरायकेला. जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज श्रीवास्तव ने सुनाया फैसला
सरायकेला : छह वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म व हत्या करने के आरोपी दुर्गा सोरेन को जिला एवं सत्र न्यायधीश मनोज कुमार श्रीवास्तव की अदालत ने मंगलवार को फांसी की सजा सुनायी. राजनगर थाना अंर्तगत बेड़ाकुदर गांव में 08 नवंबर 2011 को मुंहबोले चाचा दुर्गा सोरेन ने छह वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी थी. इसके बाद उसके शव को खेत में फेंक दिया था.
अदालत ने दुर्गा सोरेन उर्फ भोता को भादवि की धारा 302 के तहत सजा ए मौत व 50 हजार रुपये जुर्माना की सजा सुनायी. जुर्माना राशि पीड़ित परिवार को दी जायेगी. भादवि की धारा 376 के तहत दोषी को उम्र कैद व 50 हजार रुपये जुर्माना किया गया है. अदालत ने इस मामले में 22 सितंबर को आरोपी को दोषी करार दिया था. सजा मंगलार को सुनायी गयी.
खेलती हुई बच्ची को उठा ले गया था दुर्गा : राजनगर थाना अंर्तगत बेड़ाकुदर गांव में 08 नवंबर 2011 की शाम चार बजे छह वर्षीय बच्ची पुष्पा सोरेन गायब हो गयी. 10 नवंबर को उसका शव गांव के राखाडुंगरी खेत में पड़ा मिला.
राजनगर थाने में मृतक पुष्पा के पिता चांदू सोरेन ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी. दर्ज प्राथमिकी के अनुसार 08 नवंबर को मृतक पुष्पा सोरेन गांव के दो बच्चों के साथ खेल रही थी. इतने में दुर्गा सोरेन वहां पहुंचा और पुष्पा को खेलाने के बाहने कहीं ले गया. बाकी दोनों बच्चों को उसने घर जाने कह दिया. रात तक जब पुष्पा वापस नहीं आयी, तो दुर्गा सोरेन से इस संबंध में पूछताछ की गयी. लेकिन, वह स्पष्ट जवाब नहीं दे सका. 10 नवंबर को ग्रामीणों ने बताया कि खेत में बच्ची की लाश पड़ी हुई है. राजनगर थाने में इस संबंध में कांड संख्या 42/11 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. मामले के अनुसंधानकर्ता सहायक अवर निरीक्षक शिव कुमार ठाकुर थे.
हत्यारे दुर्गा के परिवार को नहीं थी जानकारी
राजनगर. अपराधी दुर्गा सोरेन को मौत की सजा सुनाये जाने की जानकारी उसके परिवार को रात तक नहीं थी. उसके परिवार में माता-पिता, दो भाई एवं एक बहन हैं. पत्नी कोलकाता में नर्स है. मंगलवार की रात जब मीडिया प्रतिनिधि दुर्गा घर पहुंचे, तब पिता किशुन सोरेन घर के आंगन में बैठे बातचीत कर रहे थे. किशुन की तबीयत खराब है. कोर्ट के समय वह सरायकेला गये थे, लेकिन वकील ने बाद में जानकारी देने की बात कही थी. पिता किशुन सोरेन ने कहा कि कोर्ट के फैसले का वह सम्मान करते हैं. इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए वह वकील से बात करेंगे.
कोर्ट ने हमें न्याय दिया हम संतुष्ट : चांदु-छीता
राजनगर. मृतका पुष्पा के पिता चांदू सोरेन एवं माता छीता सोरेन ने कहा कि उनकी एकलौती बेटी के साथ जघन्य अपराध किया गया था. इसकी सजा कोर्ट ने आरोपी को मौत देने के रूप में सुनायी. वह कोर्ट का सम्मान करते हैं और अदालत की कार्रवाई से संतुष्ट हैं. उनके दो पुत्र हैं. छह साल की बेटी तो अब लौट के नहीं आयेगी, लेकिन इस सजा से इस तरह के घृणित कार्य करनेवालों को सबक जरूर मिलेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement