शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहकर जीना जरूरी : डॉ आर्शी खानम
स्लोगन प्रतियोगिता में अव्वल छात्र-छात्राएं हुए सम्मानित
साहिबगंज. साहिबगंज महाविद्यालय के बीएड भवन में राष्ट्रीय सेवा योजना व राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य मिशन के संयुक्त तत्वावधान में जिंदगी अनमोल है पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इसमें सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ आर्शी खानम बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थीं. उन्होंने कहा कि जीवन को मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ रहकर जीना बहुत जरूरी है. आज के इस तनाव भरे जीवन में मनुष्य अपनी इच्छा, अभिलाषा और महत्वाकांक्षा की वजह से जीवन को कुंठित बना रखा है, जिस वजह से आत्महत्या जैसे दुस्साहस को करने को तैयार है. प्राचार्य प्रोफेसर सैयद राजा इमाम रिजवी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष करीब 8 लाख लोग आत्महत्या की वजह से मौत का शिकार होते हैं. भारत में ज्यादातर 15 से 39 वर्ष के युवा इस प्रकार के कदम उठाने को विवश होते हैं. मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा होनी बहुत जरूरी है. स्लोगन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया. इसमें सुप्रिया कुमारी, निकिता कुमारी, प्रकाश टुडू क्रमशः प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान पर आए।सभी विजेताओं को प्राचार्य के द्वारा पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम में जिला अस्पताल में साइकाइट्रिक सोशल वर्कर ज्योति जोना किस्कू क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट सुमेघा कुमारी, नेहा कुमारी, जिला नोडल पदाधिकारी प्रोफेसर कुमार प्रशांत भारती, प्रोफेसर जिशू हांसदा, डॉक्टर शोभा मुर्मू, प्रिया सिंह के साथ कई स्वयंसेवक मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
