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पीरियड्स शर्म का विषय नहीं

दुनिया भर में मेंस्ट्रुअल हाइजीन और इससे जुड़ीं बीमारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए 28 मई को वर्ल्ड मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे मनाया जाता है.

दुनिया भर में हर साल 28 मई को विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया जाता हैरांची़ दुनिया भर में मेंस्ट्रुअल हाइजीन और इससे जुड़ीं बीमारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए 28 मई को वर्ल्ड मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे मनाया जाता है. मेंस्ट्रुअल हाइजीन महिलाओं की सेहत से जुड़ा अहम पहलू है. लेकिन, कई महिलाएं पीरियड्स में शर्म महसूस करती हैं, जबकि, पीरियड्स आना कोई शर्म की बात नहीं है. लेकिन, झारखंड जैसे राज्य में इसको लेकर जागरूकता की बहुत कमी है. इसको लेकर लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. ऐसे में जरूरत है पीरियड फ्रेंडली स्पेस बनाने की. तो आइए, हमलोग मिल कर समाज को पीरियड फ्रेंडली बनायें. ताकि, पीरियड्स यानी माहवारी को शर्म से और सोशल टाइबू से जोड़ कर न देखा जाये. झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन समिति इस बार राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत किशोरियों और महिलाओं को जागरूक कर रही है. मेंस्ट्रुअल हाइजीन दिवस के दौरान जिलों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. विद्यालयों में गर्मी की छुट्टियों के दौरान यह दिवस 28 से 31 मई तक मनाया जायेगा. इसमें सभी युवा मैत्री केंद्र और एडोलेसेंट फ्रेंडली क्लब सहभागी होंगे. छात्राएं पेंटिंग, निबंध और क्विज के जरिये स्वच्छता से जुड़े संदेश देंगी. बताया जायेगा कि माहवारी जीवन का एक प्राकृतिक और सामान्य पहलू है. इसका मुख्य उद्देश्य मासिक धर्म को लेकर समाज में फैली नकारात्मकता और भ्रांतियों को तोड़ना है. साथ ही इसमें यह भी बताया जायेगा कि पीरियड्स शर्म का विषय नहीं है, बल्कि यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है.

मासिक धर्म स्वच्छता दिवस 2024 का थीम

मासिक धर्म स्वच्छता दिवस-2024 का थीम पीरियड्स फ्रेंडली वर्ल्ड-पीरियड फ्रेंडली झारखंड है. मासिक धर्म से जुड़ी सामाजिक वर्जनाओं को तोड़ने के लिए यह बेहद जरूरी है. इस थीम पर कैंपेन चलेगा. इस पीरियड फेस्ट का उद्देश्य माहवारी से जुड़ी शर्म व भ्रांतियों को दूर करके सही जानकारी देना है.

कार्यक्रम का लक्ष्य

इस दिवस का मुख्य उद्देश्य महिलाओं में महावारी और उससे जुड़े हाइजीन के बारे में जागरूकता बढ़ाते हुए महिला व टीन एज गर्ल्स को क्लीन मेंस्ट्रुअल मेटेरियल के बारे में जानकारी देना है. लड़कियों और महिलाओं को मेंस्ट्रुअल साइकिल के बारे में एजुकेट करना है, ताकि वे इससे परेशान न हों और डरें नहीं. महिला व टीन एज गर्ल्स को पैड उपलब्ध कराना, पैड बदलने की निजता उपलब्ध कराना, बॉडी की क्लीनिंग के लिए साबुन और पानी उपलब्ध कराना और पैड को सुरक्षित डिस्पोज करने की सुविधा उपलब्ध कराना लक्ष्य है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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