सप्लाई कर्मियों के प्रति एचइसी प्रबंधन की मंशा सही नहीं : समिति
एचइसी सप्लाई संघर्ष समिति की बैठक शनिवार को एफएफपी शेड में मनोज पाठक की अध्यक्षता में हुई
रांची. एचइसी सप्लाई संघर्ष समिति की बैठक शनिवार को एफएफपी शेड में मनोज पाठक की अध्यक्षता में हुई. वक्ताओं ने कहा कि प्रबंधन सितंबर 2023 से जनवरी 2024 तक का वेतन नहीं देना चाहता है. प्रबंधन की मंशा सप्लाई मजदूरों के प्रति सही नहीं है. जब इएसआई ने एचइसी प्रबंधन के पास आकर सितंबर 2023 से जनवरी 2024 तक का इएसआई में अंशदान करने को कहा, तो कार्मिक प्रमुख ने इएसआई प्रबंधन को पत्र के माध्यम से बताया कि उस समय कोई भी सप्लाई कर्मी काम पर नहीं थे. इस पर सप्लाई कर्मियों ने नाराजगी जतायी. कर्मियों ने कहा कि जब तक छह माह का वेतन नहीं मिलेगा, तब तक संघर्ष जारी रहेगा. प्रबंधन 18 दिनों की वार्षिक छुट्टी, सात दिनों का सीएल और महंगाई भत्ता भी नहीं दे रहा है, जिससे कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. जुलाई माह से अगर प्रबंधन बाहरी एजेंसी को लाकर मजदूरों को समायोजित करता है, तो इसका विरोध किया जायेगा. बैठक में वाई त्रिपाठी, शुभम राय, रोहित पांडे, विशाल सिंह, शारदा देवी ने भी अपने विचार रखे.
झारखंडी संस्कृति को आगे बढ़ायेगी युवा कलाकारों की कलाकृतियां : चेंबर
रांची . झारखंड चेंबर भवन में चल रहे दो दिवसीय आर्ट एक्जिबिशन का समापन शनिवार को हुआ. काफी संख्या में लाेग पेंटिंग देखने पहुंचे. अटीलियर आर्ट गैलरी द्वारा पहली बार आयोजित इस एक्जिबिशन में मैत्री गट्टानी, खुशी बाजोरिया, तान्या चौधरी और अमोलिका अग्रवाल की पेंटिंग्स प्रदर्शनी में रखी गयी थी. झारखंड चेंबर के पूर्व अध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि युवा कलाकारों की कलाकृतियां झारखंड की संस्कृति को आगे बढ़ायेगी. अटीलियर आर्ट गैलरी की फाउंडर मैत्री गट्टानी ने कहा कि शहरवासियों की ओर से मिल रहे प्रोत्साहन को देखते हुए फाउंडेशन द्वारा जल्द ही गैलरी खोली जायेगी. झारखंड चेंबर के अध्यक्ष परेश गट्टानी ने कहा कि ऐसे आयोजन से स्वरोजगार के क्षेत्र से जुड़ने वाले बच्चों को उपयुक्त मंच मिलता है. प्रदर्शनी में प्रदर्शित उत्कृष्ट पेंटिंग्स के चित्रकारों को प्रशस्ति पत्र दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
