ranchi news : चिली में झारखंड की जसिंता केरकेट्टा का कविता पाठ

झारखंड की कवि, लेखिका जसिंता केरकेट्टा ने लैटिन अमेरिकी देश चिली के कई शहरों में वहां के मापुचे इंडीजिनस लोगों के साथ कविताओं का पाठ किया.

By Prabhat Khabar News Desk | May 29, 2025 12:33 AM

रांची (प्रवीण मुंडा). झारखंड की कवि, लेखिका जसिंता केरकेट्टा ने लैटिन अमेरिकी देश चिली के कई शहरों में वहां के मापुचे इंडीजिनस लोगों के साथ कविताओं का पाठ किया. कार्यक्रमों में चिली के मापुचे इंडीजिनस समुदाय के प्रसिद्ध लेखकों और कवियों ने स्पेनिश में उनकी कविताओं का पाठ किया और कविता संग्रह की समीक्षा भी रखी. मापुचे इंडीजिनस समुदाय चिली का सबसे बड़ा इंडीजिनस समुदाय है. वहां के कवियों और लेखकों ने कहा कि भारत के आदिवासियों के बारे वे बेहद कम जानते हैं, लेकिन जसिंता की कविताएं बताती हैं कि भारत और चिली के इंडीजिनस लोगों का संघर्ष एक है. बता दें कि जसिंता केरकेट्टा के कविता संग्रह ‘अंगोर’ को चिली के प्रकाशक नौक्तमबुला ने द्विभाषिक हिंदी/ स्पेनिश भाषा में प्रकाशित किया है. प्रकाशक मोनिका डरौली हुर्तादो ने कहा कि चिली में जापान के लेखकों के बाद पहली बार हिंदी/स्पेनिश द्विभाषिक संग्रह ‘अंगोर’ प्रकाशित हुई है. चिली में सभी कार्यक्रमों का संचालन कवि, अनुवादक, लेखिका जेसिका सेकेईरा ने किया.

सेंटियागो के अलग-अलग जगहों पर आयोजित हुआ कविता पाठ

जसिंता ने चिली के सेंटियागो शहर के अलग-अलग जगहों पर आयोजित कविता पाठ और लोगों से संवाद के कार्यक्रम में हिस्सा लिया. वह कला, साहित्य से समृद्ध शहर वलप्राइसो में भी गयी जहां कविताओं का पाठ और लोगों से संवाद किया. मापुचे इंडीजिनस समुदाय की कवि पुकेम इनायो ने उनकी कविताओं की समीक्षा रखी.

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