अनिल टाईगर हत्याकांड में सामने आया 10 एकड़ जमीन पर कब्जा और 4.5 करोड़ रुपए का कनेक्शन?
Anil Tiger Murder Case: झारखंड की राजधानी रांची के कांके में भाजाप नेता अनिल टाईगर हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. पुलिस ने बताया कि है कि जमीन पर अवैध कब्जे का विरोध करने की वजह से भाजपा नेता की हत्या हुई है. पुलिस ने यह भी बताया है कि अनिल की हत्या की योजना कोलकाता के एक होटल में बनी थी. इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी ने इस हत्याकांड में शामिल होने की बात कबूल कर ली है.
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Anil Tiger Murder Case: रांची पुलिस ने इंद्रजीत कुमार अनिल उर्फ अनिल महतो उर्फ अनिल टाईगर हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने बताया है कि कोलकाता के उल्टाडांगा के एक होटल में 12 मार्च 2025 को हत्या की योजना बनी थी. हत्या में शामिल शूटर अमन सिंह और रोहित वर्मा 18 मार्च 2025 को कोलकाता से रांची पहुंचा था. रांची पुलिस ने हत्याकांड में शामिल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा है कि कांके में जमीन पर कब्जा का विरोध करने की वजह से अनिल टाईगर की हत्या की गयी. एसएसपी और जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बृहस्पतिवार (10 अप्रैल) को इस केस का 10 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा और 4.5 करोड़ रुपए का कनेक्शन भी बताया है.
10 एकड़ जमीन पर कब्जे का विरोध कर रहे थे अनिल टाईगर
एसएसपी ने बताया कि अनिल टाईगर मूल रूप से कांके थाना क्षेत्र के गागी खटंगा गांव के रहने वाले थे. राजनीतिक कार्यकर्ता के साथ-साथ वह समाजसेवी भी थे. चामगुरु मौजा में खाता संख्या-1 के प्लॉट संख्या 1704, 1705, 2240, 2245, 2246, 2247, 2248, 2249, 2241, 2243, 2244, 2268, 2270, 2265, 2266, 2267, 2269, 2278, 2279, 2280, 2281, 2282, 2283, 2284 और 2289 के कुल रकबा 10 एकड़ विवादित भूमि पर ग्रामीणों के सहयोग से रांची के देवव्रत नाथ शाहदेव (पिता दामोदर नाथ शाहदेव, बड़ा लाल स्ट्रीट किशोरगंज) कब्जा कर रहे थे. अनिल टाईगर ने इसका विरोध किया. कई बार देवव्रत नाथ शाहदेव के साथ उनकी वार्ता हुई, लेकिन हर बार बातचीत विफल रही.
अनिल टाईगर पर देवव्रत ने दर्ज करवाया था मारपीट, तोड़फोड़ और रंगदारी का केस
अगस्त 2023 में देवव्रत नाथ शाहदेव जमीन पर जबरन दीवार खड़ी कर रहे थे. जमीन कब्जा किये जाने का अनिल टाईगर ने विरोध किया. देव्रत नाथ शाहदेव ने उस जमीन के केयर टेक दिलीप कुमार मुंडा के जरिये कांके थाना में अनिल महतो समेत 8 नामजद और 40-50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट, तोड़फोड़ करने और रंगदारी मांगने के आरोप लगाते हुए केस (कांड संख्या 215/2023) दर्ज करवाया था. 26 अगस्त 2023 को दर्ज कराये गये इस केस की जांच अब भी जारी है.
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अनिल टाईगर ने बार-बार जमीन पर कब्जे का किया विरोध
थाने में केस दर्ज कराने के बाद भी कई बार देवव्रत नाथ शाहदेव ने अपने सहयोगियों की मदद से उस जमीन पर दखल-कब्जा करने और उसकी बिक्री करने का प्रयास किया. अनिल टाईगर लगातार इसका विरोध करते रहे. फलस्वरूप देवव्रत जमीन पर कभी कब्जा न कर सके. न ही उसकी बिक्री कर पाये. पुलिस ने बताया कि दिसंबर 2023 में हरमू निवासी विनोद पासवान ने देवव्रत नाथ शाहदेव के पक्ष में विवाद का समाधान करने के लिए अनिल टाईगर के साथ एक बैठक की.
विनोद पासवान के घर बैठक में अनिल पर देवव्रत ने तान दी थी पिस्टल
पुलिस ने कहा है कि विनोद पासवान के घर हुई बैठक में अनिल महतो ने प्रति डिसमिल 50 हजार रुपए की दर से 4.5 करोड़ रुपए की मांग की. कहा कि अगर यह राशि उन्हें मिल जायेगी, तो वह विरोध करना बंद कर देंगे. बैठक बेनतीजा रही. इस दौरान दोनों पक्षों में कहा-सुनी भी हुई. बैठक के दौरान ही देवव्रत ने अनिल महतो को धमकी देते हुए उन पर पिस्टल तान दी थी.
सांसद को रद्द करना पड़ा शिलान्यास कार्यक्रम
वार्ता विफल होने के बाद देवव्रत नाथ शाहदेव ने विवादित जमीन पर सांसद मद से पालकोट हाउस रोड नामक पहुंच पथ बनाने का फैसला किया. शिलान्यास कार्यक्रम की तैयारी भी कर ली. इसकी सूचना अनिल टाईगर को मिल गयी. उन्होंने सांसद को पूरी स्थिति से अवगत करा दिया. सांसद जब शिलान्यास के लिए वहां पहुंचे, तो ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर दिया. सांसद शिलान्यास कार्यक्रम रद्द करके लौट गये.
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देवव्रत ने अभिषेक सिन्हा को दी अनिल टाईगर की हत्या की सुपारी
इस दौरान बार-बार देवव्रत नाथ शाहदेव ने विवादित भूमि पर कब्जा करने का प्रयास किया. अनिल टाईगर ने हर बार इसका विरोध किया. इससे देवव्रत क्रोधित हो गया. जमीन पर कब्जा नहीं मिलने से उसे आर्थिक नुकसान हो रहा था. इसलिए देवव्रत ने अनिल टाईगर को रास्ते से हटाने का फैसला किया. उसने कोतवाली थाना क्षेत्र के शिवगंज निवासी अपराधकर्मी अभिषेक सिन्हा उर्फ सूरज सिन्हा, पिता लक्ष्मण प्रसाद सिन्हा को अनिल टाईगर की हत्या की सुपारी दी.
अपराधियों ने अनिल टाईगर की हत्या में संलिप्तता स्वीकार की – रांची पुलिस
अभिषेक सिन्हा ने अन्य अपराधकर्मियों के साथ मिलकर अनिल टाईगर को मार डाला. हत्याकांड की जांच में पुलिस को देवव्रत नाथ शाहदेव, अभिषेक सिन्हा उर्फ सूरज सिन्हा, रोहित वर्मा, अमन सिंह, जिसान अख्तर, मनीष चौरसिया और अजय कुमार रजक उर्फ गोलू की संलिप्तता का पता चला. पुलिस ने अमन सिंह, रोहित वर्मा, जिसान अख्तर उर्फ जिसू, मनीष चौरसिया और अजय कुमार रजक को गिरफ्तार कर लिया है. सभी ने स्वीकार किया है कि वे हत्याकांड में शामिल थे.
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