रांची : जयपाल सिंह स्टेडियम के ठीक सामने स्थित टाउन हॉल (महात्मा गांधी नगर भवन) को तोड़कर रांची नगर निगम वहां रवींद्र भवन बनवा रहा है. टाउन हॉल को तोड़ने का काम पूरा हो चुका है. शहर के बीचोबीच एक बड़ी जगह निकलकर सामने आयी है. स्थानीय लोगों का मनना है कि इस जगह का एक बड़े पार्क के रूप में डेवलप कर शहर को हरा-भरा रखा जा सकता है. जहांतक रवींद्र भवन बनाने का सवाल है तो वह जमीन के अंदर (अंडरग्राउंड) बनाया जा सकता है. इससे वह जगह हरा-भरा भी रहेगा और निगम का प्रोजक्ट भी पूरा हो जायेगा.
इस संदर्भ में झारखंड स्मॉल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन और चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष विकास कुमार सिंह ने दो वीडियो प्रभात खबर डॉट कॉम के साथ शेयर किया है. उसके वे दिखा रहे हैं कि किस प्रकार रवींद्र भवन के निर्माण के लिए एक बड़ी जगह पर पेड़ गिराये जा रहे हैं. बातचीत में विकास कुमार सिंह ने बताया कि सरकार विकास के लिए जो भी निर्माण करना चाहती है वह शहर के बीचोबीच ना होकर शहर के बाहर होनी चाहिए. इससे शहर का बाहरी इलाका भी डेवलप होगा और शहर का आंदरुणी इलाका हरा-भरा रहेगा.
उन्होंने कहा कि दिल्ली का पालिका बाजार इसका एक बेहतरीन उदाहरण है. दिल्ली का पालिका बाजार जमीन के अंदर है जबकि उसी के उपर एक बेहद खुबसूरत पार्क का निर्माण कराया गया है. कनौट प्लेस के पास स्थित पालिका बाजार देशभर के बड़े शहरों के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है. आपको बताते चलें कि रांची नगर निगम की ओर से बनाये जाने वाले रवींद्र भवन का शिलान्यास 2 अप्रैल को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी करेंगे.
पालिका बाजार की क्या है खासियत
दिल्ली के कनौट प्लेस के पास स्थित पालिका बाजार भूमिगत बाजार है. यहां करीब 400 दुकानें हैं जहां कम कीमत पर कपड़े और बिजली का सामान मिलता है. इसके साथ ही कई चीजों की दुकानें हैं. इस भूमिगत, वातानुकूलित बाजार की स्थापना 1970 में हुई थी. यह विशेष रूप से सस्ते इलेक्ट्रॉनिक सामान और कपड़ों के लिए प्रसिद्ध है. यहां जूतों से लेकर कपड़ों, नाइटवियर, परफ्यूम, एसेसरीज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से लेकर डीवीडी और सीडी मिल जायेगी. इस बड़े बाजार में आपको विभिन्न उत्पादों की व्यापक रेंज मिलेगी. पालिका बाजार में सैंकड़ों दुकानें हैं. यहां एक समय में लगभग 15,000 लोग शॉपिंग कर सकते हैं.