आज नारी अपनों के बीच भी असुरक्षित है. मिसी की संचालिका सची देवी ने संस्था के कार्यों से अवगत कराया. कहा कि महिलाओं के सम्मान, अधिकार व विकास के बगैर विकसित राष्ट्र की परिकल्पना नहीं की जा सकती है.
मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गये. समारोह को पद्मश्री सिमोन उरांव, प्रखंड प्रमुख महतो भगत, उपप्रमुख धनंजय कुमार राय, फिलमोन बेक, सुशांति भगत, भोगेन सोरेन ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर 20 सूत्री अध्यक्ष राजीव रंजन अधिकारी, विधायक प्रतिनिधि नकुल राम महथा, अनिल उरांव, बसंती देवी सहित कई लोग उपस्थित थे. कार्यक्रम के बाद राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम मांगपत्र सौंपा गया. जिसमें राज्य के प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना, प्रत्येक पंचायत में महिला कृषक गृह केंद्र की स्थापना, सरकारी योजना में एकल महिला को प्राथमिकता, पीड़ित महिलाअों का पुनर्वास, हिंसा की शिकार महिला के मामले में स्पीडी ट्रायल से सुनवाई करने की मांग शामिल है.