रांची: तीन माह से वेतन नहीं मिलने से नाराज रांची एमएसडब्ल्यू के 400 से अधिक सफाई कर्मचारियों की हड़ताल बुधवार को भी जारी रही. इस दौरान इन लोगों ने मोरहाबादी स्थित कचरा ट्रांसफर स्टेशन का घेराव किया. इधर, हड़ताल कर रहे सफाईकर्मियों का गुस्सा उस समय और भड़क गया, जब निगम के इंफोर्समेंट अफसरों ने उन्हें नौकरी से निकालने और जेल भेजने की धमकी देनी शुरू कर दी.
हड़ताल करने वालों में एमएसडब्ल्यू के ड्राइवर, रेजा और सफाईकर्मी शामिल हैं. उनका कहना था कि वेतन नहीं मिलने से उनके सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. मैट्रिक और इंटर की परीक्षा के मौसम में कई घरों के बच्चे केवल इसलिए नहीं पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं कि उनके घर में राशन खत्म हो गया है.
सफाईकर्मियों ने नगर निगम के इंफोर्समेंट अफसर धीरज कुमार पर धमकाने का आरोप लगाया है. सफाईकर्मियों ने बताया कि धीरज कुमार पुलिस जवान के साथ मौके पर पहुंचे और उन्हें धमकाने लगे, ‘जल्दी अपनी हड़ताल खत्म करो, वरना सबको जेल भेज दूंगा. तुमलोग काम करने नहीं नेतागीरी करने आते हो. ज्यादा नेतागीरी की, तो काम से भी हाथ धोना पड़ेगा.’ उनकी बातें सुन सफाईकर्मी आंदोलित हो गये. कहने लगे, ‘घर में खाने के लिए राशन नहीं है. ऊपर में हमें जेल भेजने और काम से निकालने की धमकी दी जा रही है.’
किराया नहीं देने पर घर से निकाला : हड़ताल करनेवालों में मैनी देवी भी शामिल है. समयगढ़ा मोरहाबादी में किराये के मकान में रहने वाली मैनी ने बताया कि वह नयी कंपनी में झाड़ू लगाने का काम करती है. पिछले तीन महीने से हमें वेतन नहीं मिला है. इस वजह से वह मकान का किराया नहीं दे पा रही हैं. बुधवार सुबह ही मकान मालिक ने उसका सारा सामान घर से बाहर निकाल दिया है. भरभरायी आवाज में उसने सवाल किया, ‘साहब! अब आप ही बताइए कि हम कहां जायें?’