उसने यह भी बताया कि वह एक जेलर की बेटी से प्रेम करता था. उसने दूसरी लड़कियों के साथ भी संबंध होने की जानकारी दी है. गिरोह के सरगना सूरज सिंह की मौत के बाद उसकी पत्नी से शादी करने के बाद उसने दूसरी युवतियों से संबंध तोड़ लिया था. शिव शर्मा की गिरफ्तारी से पहले पुलिस मुख्यालय ने उसके द्वारा खलारी में किसी व्यक्ति की हत्या कराये जाने से संबंधित योजना की जानकारी रांची पुलिस को दी थी. इस बिंदु पर पुलिस गहराई से पूछताछ कर रही है. पूछताछ में उसने अन्य घटनाओं में भी अपनी संलिप्तता की जानकारी पुलिस को दी है. पुलिस गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों और विभिन्न घटनाओं में उसकी संलिप्तता के बारे में पूछताछ कर रही है.
उल्लेखनीय है कि 19 नवंबर को कावेरी रेस्टाेरेंट के बाहर शिव शर्मा ने लव भाटिया पर रंगदारी के लिए फायरिंग करायी थी. फायरिंग की घटना में लव भाटिया बाल-बाल बच गये थे. घटना के बाद शिव शर्मा की तलाश के लिए पुलिस की एक टीम को बिहार भेजा गया था. पुलिस की टीम ने नौ दिसंबर को शिव शर्मा, जय प्रकाश शर्मा और आनंद कुमार को सबसे पहले गिरफ्तार किया. तब शिव शर्मा ने बताया कि रंगदारी के लिए फायरिंग कराने के बाद भी लव भाटिया ने रंगदारी देने के लिए उससे संपर्क नहीं किया. इसलिए उसने अपने शूटर शिवम उर्फ शुभम, जहानाबाद निवासी गणेश, रोशन कुमार और अनिल को लव भाटिया की हत्या करने के लिए रांची भेजा था. चारों शूटर को कोकर से गिरफ्तार किया गया.