9.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सिपाही संवर्ग : पदसोपान को लेकर हुई गड़बड़ी एक रैंक, अलग-अलग वेतनमान

रांची: झारखंड पुलिस के सिपाही संवर्ग के कर्मियों को एक ही रैंक में अलग-अलग वेतनमान व ग्रेड-पे मिल रहा है. यह स्थिति एसीपी का लाभ देने के क्रम में पदसोपान को लेकर हुई गड़बड़ी के कारण उत्पन्न हुई है. मामले को लेकर कुछ पुलिसकर्मी ने अदालत में याचिका दाखिल की है. जिसमें सुनवाई के बाद […]

रांची: झारखंड पुलिस के सिपाही संवर्ग के कर्मियों को एक ही रैंक में अलग-अलग वेतनमान व ग्रेड-पे मिल रहा है. यह स्थिति एसीपी का लाभ देने के क्रम में पदसोपान को लेकर हुई गड़बड़ी के कारण उत्पन्न हुई है. मामले को लेकर कुछ पुलिसकर्मी ने अदालत में याचिका दाखिल की है. जिसमें सुनवाई के बाद अदालत ने वित्त विभाग से 90 दिन के भीतर जवाब मांगा है. अदालत ने विभाग से पूछा है कि इस गड़बड़ी को कैसे दूर किया जाये, इस पर रिपोर्ट दें. सरकार के इस गलत फैसले की वजह से 31.08.1996 के बाद नियुक्त करीब आठ हजार सिपाहियों को पहले एसीपी में करीब 1500 रुपये प्रतिमाह का और दूसरे एसीपी में करीब 6000 रुपये प्रतिमाह का नुकसान हो रहा है.

जानकारी के मुताबिक 31.08.1996 से पहले नियुक्त सिपाहियों और इसके बाद नियुक्त सिपाहियों को अलग-अलग पद सोपान के आधार पर वेतनमान एवं ग्रेड-पे दिया जा रहा है. इस कारण 31.08.1996 से पहले नियुक्त आरक्षियों को प्रथम एसीपी के रूप में ग्रेड-पे 2800 (वेतनमान 5200-20200) एवं द्वितीय एसीपी के रूप में ग्रेड पे 4200 (वेतनमान 9300-34400) रुपये मिल रहा है. यह वेतनमान पदसोपान के तहत क्रमश: एएसआइ व एसआइ का है.

इसके विपरीत 31.08.1996 के बाद नियुक्त आरक्षियों को प्रथम एसीपी के रूप में ग्रेड पे 2400 ( वेतनमान 5200-20200) एवं द्वितीय एसीपी के रूप में ग्रेड-पे 2800 (5200-20200) दिया जा रहा है. यह वेतनमान पदसोपान के तहत क्रमश: हवलदार व एएसआइ का है. उल्लेखनीय है कि जो सिपाही मैट्रिक पास होते हैं, वे हवलदार में प्रोन्नत नहीं होते हैं. वह सीधे एएसआइ बनते हैं. पुलिसकर्मियों का कहना है कि उन्हें हवलदार का वेतनमान दिया जाना गलत है. पुलिसकर्मी बताते हैं कि 28.01.2016 को जारी अधिसूचना (249) के अनुसार भी 15.11.2000 से पहले नियुक्त सिपाहियों (मैट्रिक पास) को हवलदार में अनिवार्य प्रोन्नति से मुक्त रखा गया है.
क्या है पदसोपान
सिपाही को मौलिक रूप से मिलने वाली प्रोन्नति को पद सोपान कहा जाता है. मैट्रिक पास सिपाही पहले एएसआइ और फिर एसआइ रैंक में प्रोन्नत होते हैं.
क्या है एसीपी
एसीपी का मतलब एश्योर कैरियर प्रोग्रेशन होता है. इसके तहत प्रोन्नति के लिए रिक्त पद नहीं रहने पर योग्यताधारी कर्मियों को उस पद का आर्थिक लाभ दिया जाता है.‎

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें