जानकारी के मुताबिक 31.08.1996 से पहले नियुक्त सिपाहियों और इसके बाद नियुक्त सिपाहियों को अलग-अलग पद सोपान के आधार पर वेतनमान एवं ग्रेड-पे दिया जा रहा है. इस कारण 31.08.1996 से पहले नियुक्त आरक्षियों को प्रथम एसीपी के रूप में ग्रेड-पे 2800 (वेतनमान 5200-20200) एवं द्वितीय एसीपी के रूप में ग्रेड पे 4200 (वेतनमान 9300-34400) रुपये मिल रहा है. यह वेतनमान पदसोपान के तहत क्रमश: एएसआइ व एसआइ का है.
इसके विपरीत 31.08.1996 के बाद नियुक्त आरक्षियों को प्रथम एसीपी के रूप में ग्रेड पे 2400 ( वेतनमान 5200-20200) एवं द्वितीय एसीपी के रूप में ग्रेड-पे 2800 (5200-20200) दिया जा रहा है. यह वेतनमान पदसोपान के तहत क्रमश: हवलदार व एएसआइ का है. उल्लेखनीय है कि जो सिपाही मैट्रिक पास होते हैं, वे हवलदार में प्रोन्नत नहीं होते हैं. वह सीधे एएसआइ बनते हैं. पुलिसकर्मियों का कहना है कि उन्हें हवलदार का वेतनमान दिया जाना गलत है. पुलिसकर्मी बताते हैं कि 28.01.2016 को जारी अधिसूचना (249) के अनुसार भी 15.11.2000 से पहले नियुक्त सिपाहियों (मैट्रिक पास) को हवलदार में अनिवार्य प्रोन्नति से मुक्त रखा गया है.