रांचीः सोहैल हिंगोरा अपहरण केस के आरोपी दीपक सिंह के बारे में पता चलने के बाद रांची पुलिस ने भी चंदन सोनार गिरोह के दूसरे अपराधियों की खोजबीन शुरू कर दी है. गुजरात की दमन और धनबाद की पुलिस ने भी रांची पुलिस से दीपक सिंह और उसके साथियों के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी है. चंदन सोनार झारखंड-बिहार का सबसे चर्चित अहरणकर्ता गिरोह के रूप में जाना जाता है.
चंदन सोनार झारखंड में दर्जन भर से अधिक व्यवसायियों का अपहरण कर चुका है. उसका नाम सबसे पहले रांची से परेश मुखर्जी के अपहरण् में सामने आया था. परेश मुखर्जी का अपहरण रांची के लालपुर इलाके से 30 सितंबर 2005 को हुआ था. पुलिस द्वारा चंदन सोनार व उसके गिरोह के अपराधियों की घेराबंदी के बाद परेश मुखर्जी को रामगढ़ में मुक्त किया गया था. इसके बाद इस गिरोह ने तीन सितंबर 2006 को सरायकेला के व्यवसायी कृष्णा भलोटिया का अपहरण किया था. 18 जुलाई 2007 को इसी गिरोह ने सरायकेला के चांडिल के व्यवसायी विश्वनाथ गर्ग का अपहरण किया था.
दोनों मामलों में चंदन सोनार को अदालत से सजा मिली थी. बाद में दोनों मामले में वह जमानत पर छूटा. 26 अक्तूबर 2008 को चंदन सोनार गिरोह ने गोमिया के क्रशर व्यवसायी महावीर जैन का अपहरण किया था. वर्ष 2010 में इसी गिरोह ने रांची मेन रोड से होटल व्यवसायी लव भाटिया का अपहरण किया था. इस मामले में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर लव भाटिया का मोबाइल लेकर पटना की तरफ जा रहे दो अपराधियों को गिरफ्तार किया था. साथ ही एचइसी के एक आवास में लव भाटिया को साथ लेकर रह रहे दो अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिराया था. बाद में पुलिस ने इस मामले में चंदन सोनार को रिमांड किया था.