रांची: गुरुवार को राजधानी में दिन भर घटा छायी रहने के बाद देर शाम से रात तक झमाझम बारिश हुई़ इससे तापमान में गिरावट दर्ज गयी. मौसम वैज्ञानिक डॉ ए वदूद के अनुसार अरब महासागर में निम्न दवाब का क्षेत्र बनने अौर इसके अोमान की तरफ की बढ़ने का असर मुंबई व दक्षिण भारत पर खास रूप से पड़ेगा, जबकि इसका अांशिक असर मध्यप्रदेश व झारखंड के पश्चिमी इलाके पर पड़ा है.
अरब महासागर में निम्न दवाब के बाद उठे इस तूफान का नाम चपला दिया गया है. इसकी रफ्तार 75 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटा है. 24 घंटे में इसका व्यापक असर पड़ने की संभावना व्यक्त की गयी है.
उन्होंने बताया कि झारखंड में घने व काले बादल छाये हैं. फलस्वरूप रात में झमाझम बारिश हुई. शुक्रवार को भी कई इलाके में रुक-रुक कर गरज के साथ वर्षा होने की संभावना है. दो दिनों के बाद ठंडी हवा चलने की संभावना है. इससे तापमान में दो से तीन डिग्री की कमी आ सकती है. मौसम के इस बदलाव से शरद ऋृतु का आगमन हो गया है. डॉ वदूद ने कहा कि झारखंड में हल्की वर्षा से खेतों को फायदा पहुंचेगा. इससे मिट्टी में नमी आयेगी. रबी फसल को लाभ मिलेगा. मौसम विभाग के अनुसार 29 अक्तूबर को अधिकतम तापमान 27 डिग्री व न्यूनतम तापमान 17.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया.