रांची: रांची विवि अंतर्गत सभी कॉलेजों में स्नातक व स्नातकोत्तर में बीपीएल छात्रों के लिए दो से बढ़ा कर पांच-पांच सीटें करने का निर्णय लिया गया है. विवि में पीएचडी प्रवेश परीक्षा नयी गाइडलाइन के आधार पर लेने की स्वीकृति दी गयी.
अब सिर्फ 100 अंकों के ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जायेंगे. इसमें 20 प्रश्न रिसर्च मेथडोलॉजी व 80 प्रश्न संबंधित विषय पर आधारित रहेंगे. उत्तीर्ण होने के लिए सामान्य छात्रों के लिए न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक व एसटी/एससी के लिए न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा. मेरिट लिस्ट में वर्तमान सत्र के ही टॉपर को शामिल किया जायेगा. यह व्यवस्था 2012 से लागू की गयी है. इससे संबंधित नियमावली की स्वीकृति दी गयी. इसके अलावा केओ कॉलेज गुमला में पीजी सेंटर स्थापित किया जायेगा. इसमें स्नातकोत्तर के सभी विषयों की पढ़ाई होगी. भवन निर्माण के लिए राज्य सरकार से राशि उपलब्ध कराने का आग्रह किया जायेगा.
उक्त निर्णय 19 अक्तूबर को एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिये गये. बैठक की अध्यक्षता कुलपति डॉ एलएन भगत ने की. बैठक में अगले सत्र से डोरंडा कॉलेज में बीएड कोर्स शुरू करने की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी. इसके अलावा रिम्स में एमडी इन कम्युनिटी मेडिसिन विषय की पढ़ाई की भी स्वीकृति दी गयी.
काउंसिल ने पीजी समाजशास्त्र विभाग में एमए इन सोशल वर्क कोर्स शुरू करने के लिए सिलेबस की स्वीकृति प्रदान नहीं की. फिलहाल यह कोर्स आरंभ नहीं होगा. बैठक में रांची कॉलेज एकेडमिक काउंसिल द्वारा अनुशंसित वोकेशनल के पांच कोर्स के सिलेबस को स्वीकृति प्रदान की गयी. इनमें बीबीए, एमबीए, बीएससी माइक्रोबायोलॉजी, इनवायरमेंटल साइंस शामिल हैं. इसके अलावा संत जेवियर्स कॉलेज में भूगोल, सांख्यिकी व समाजशास्त्र को सब्सिडियरी के रूप में विद्यार्थियों को रखने के लिए स्वीकृति दी गयी. एमडी व एमएस कोर्स में सर्वाधिक अंक लानेवाले विद्यार्थियों को भी दीक्षांत समारोह में अब गोल्ड मेडल देने की स्वीकृति दी गयी. बैठक में सभी सदस्य उपस्थित थे.