इसे देखते हुए राज्य सरकार भी कुछ कोर्स को बदलने पर विचार कर रही है. केंद्र के प्रशिक्षण महानिदेशालय ने 20 पुराने कोर्स को समाप्त कर 63 नये ट्रेड का पुनर्गठन किया है. वहीं, 21 नये ट्रेड शामिल किये गये हैं. झारखंड के आइटीआइ में अब भी इलेक्ट्रीशियन, फीटर, वायरमेन, टर्नर, ड्राफ्टसमैन, मैकेनिक, वेल्डर (गैस और इलेक्ट्रिक), मेकेनिक डीजल, शीट मेटल वर्कर, सेंटर फार एक्सीलेंस इलेक्ट्रिकल सेक्टर जैसे कोर्स ही चलाये जा रहे हैं. सरकार की तरफ से इस माह के अंत तक सभी आइटीआइ के प्राचार्यों की बैठक भी बुलायी गयी है.
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आइटीआइ में चल रहे पाठ्यक्रमों में होगा बदलाव
रांची: राज्य के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) में चल रहे पाठ्यक्रमों की जगह नये ट्रेड शामिल किये जा सकते हैं. श्रम नियोजन, प्रशिक्षण और कौशल विकास विभाग की तरफ से आइटीआइ के कोर्स को पुनर्गठित करने की तैयारियां चल रही हैं. केंद्र सरकार ने सिलेबस में बदलाव भी कर दिया है. यह पिछले वर्ष से […]
रांची: राज्य के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) में चल रहे पाठ्यक्रमों की जगह नये ट्रेड शामिल किये जा सकते हैं. श्रम नियोजन, प्रशिक्षण और कौशल विकास विभाग की तरफ से आइटीआइ के कोर्स को पुनर्गठित करने की तैयारियां चल रही हैं. केंद्र सरकार ने सिलेबस में बदलाव भी कर दिया है. यह पिछले वर्ष से लागू भी कर दिया गया है.
इसे देखते हुए राज्य सरकार भी कुछ कोर्स को बदलने पर विचार कर रही है. केंद्र के प्रशिक्षण महानिदेशालय ने 20 पुराने कोर्स को समाप्त कर 63 नये ट्रेड का पुनर्गठन किया है. वहीं, 21 नये ट्रेड शामिल किये गये हैं. झारखंड के आइटीआइ में अब भी इलेक्ट्रीशियन, फीटर, वायरमेन, टर्नर, ड्राफ्टसमैन, मैकेनिक, वेल्डर (गैस और इलेक्ट्रिक), मेकेनिक डीजल, शीट मेटल वर्कर, सेंटर फार एक्सीलेंस इलेक्ट्रिकल सेक्टर जैसे कोर्स ही चलाये जा रहे हैं. सरकार की तरफ से इस माह के अंत तक सभी आइटीआइ के प्राचार्यों की बैठक भी बुलायी गयी है.
केंद्र की ओर से किये गये बदलाव
केंद्र सरकार ने आइटीआइ के पाठ्यक्रमोंं में आठवीं पास छात्र-छात्राओं के लिए वेल्डर, वायरमेन, पेंटर, टर्नर, फीटर, मशीनिस्ट, मशीनिस्ट ग्राइंडर, टूल एंड डाई मेकर, रीफ्रैक्टरी टेक्नीशियन, एडवांस मशीन टूल वर्कर, मैकेनिक एसी प्लांट, इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक, रीफ्रैक्टरी टेक्नीशियन, मेरीन फिल्टर, रेडियोलॉजी तकनीशियन, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम, सिविल इंजीनियर असिसटेंट, आइटी जैसे कोर्स को वर्कशॉप कैलकुलेशन एंड साइंस एंड इंजीनियरिंग डिजाइन में शामिल किया है. क्राफ्ट्समैन ट्रेनिंग स्कीम में केमिकल एंड प्लास्टिक प्रोसेसिंग कोर्स को जोड़ा गया है. 10 वीं पास छात्र इसमें हिस्सा ले सकते हैं. इसमें 10 प्लस 2 में गणित और साइंस का होना जरूरी है. इस ट्रेड में एटेंडेंट आपरेटर केमिकल प्लांट, इंस्ट्रूमेंट मेकेनिक (केमिकल प्लांट), लैब एसिसटेंट, मेटेंनेंस मेकेनिक , प्लास्टिक प्रोसेसिंग मेकेनिक जैसे ट्रेड शामिल किये गये हैं.
अगस्त 2015 से कई नये कोर्स शामिल
इस वर्ष अगस्त माह से एनएसक्यूएफ कोर्स के तहत दो वर्ष का नया ट्रेड शुरू किया गया है, जो इंटर विज्ञान के बच्चों के लिए बनाया गया है. इसमें इलेक्ट्रॉनिक्स मैकेनिक, इलेक्ट्रीशियन, फीटर, टर्नर, वेल्डर को शामिल किया गया है. वेल्डर के लिए आठवीं पास अर्हता रखी गयी है. नन इंजीनियिरंग ट्रेड में 74 ट्रेड रखे गये हैं, जो दो सेमेस्टर से लेकर चार सेमेस्टर तक के हैं. इनमें बांस से बने काम, दूग्ध प्रोसेसिंग, एग्रो प्रोसेसिंग, फूड एंड बीबरेज, डाटा बेस सिस्टम, साफ्टवेयर टेस्टिंग, हाउस कीपर, बेकर एंड कंफेक्शनर, सिविंग टेक्नोलॉजी, डेंटल लैब, डेयरी, डिजीटल फोटोग्राफी, बागवानी, ओल्ड एज केयर, फ्रूट एंड वेजीटेबल प्रोसेसिंग, फायर टेक्नोलॉजी जैसे नये कोर्स शामिल हैं.
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