रांची: स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के विद्यासागर ने कहा कि लिंग परीक्षण को रोकना बड़ी चुनौती है. गैर निबंधित क्लीनिकों में अल्ट्रा साउंड मशीन द्वारा लिंग परीक्षण किया जा रहा है. इसे हर हाल में रोकना होगा. इस पर अंकुश लगाने के लिए हेल्प लाइन नंबर की व्यवस्था की जायेगी. सूचना देनेवालों की पहचान गुप्त रखी जायेगी. उन्होंने कहा कि भ्रूण हत्या के खिलाफ शैक्षणिक संस्थानों को भी जागरूक करने की जरूरत है.
बुधवार को होटल अशोका में आयोजित प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में उन्होंने ये बातें कही. इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष हेमलता मोहन ने कहा कि लिंग परीक्षण पर मिलजुल कर रोक लगाना होगा. इस पर अंकुश लगाने के लिए सिविल सजर्न को भी सख्ती से काम करना होगा. इस कार्यशाला का आयोजन राज्य महिला आयोग एवं यूएन वीमेन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया. कार्यशाला का विषय लिंग परीक्षण के माध्यम से कन्या भ्रूण हत्या था.
मौके पर एनआरएचएम के मिशन डायरेक्टर मनीष रंजन ने कहा कि भ्रूण हत्या रोकने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा व अन्य क्षेत्र से जुड़े लोगों को जागरूक करना होगा. पंचायत स्तर पर महिलाओं को भी जागरूक करना होगा. इसे रोकने में सिविल सजर्न की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. मौके पर प्लान इंडिया के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अरशद , एनआरएचएम के स्टेट नोडल अफसर एमएल लाल, 24 जिलों के सीडीपीओ, सिविल सजर्न व एनजीओ के सदस्य शामलि हुए.