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स्थानीय भाषाओं में ई-सेवाओं की उपलब्धता महत्वपूर्ण : पॉल

फोटो अमित दास – ‘ई-गवर्नेंस : चुनौतियां व अवसर’ विषय पर एक्सआइएसएस में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन शुरूलाइफ रिपोर्टर @ रांचीएक्सआइएसएस में शनिवार को ई-गवर्नेंस : चुनौतियां व अवसर पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत हुई. अपने की-नोट एड्रेस में टीसीएस कोलकाता के वितरण प्रमुख, देबातनु पॉल ने कहा कि ई-सेवाओं की स्थानीय भाषाओं […]

फोटो अमित दास – ‘ई-गवर्नेंस : चुनौतियां व अवसर’ विषय पर एक्सआइएसएस में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन शुरूलाइफ रिपोर्टर @ रांचीएक्सआइएसएस में शनिवार को ई-गवर्नेंस : चुनौतियां व अवसर पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत हुई. अपने की-नोट एड्रेस में टीसीएस कोलकाता के वितरण प्रमुख, देबातनु पॉल ने कहा कि ई-सेवाओं की स्थानीय भाषाओं में उपलब्धता महत्वपूर्ण है. इसका सही वितरण सुनिश्चित होना चाहिए. ई-गवर्नेंस नयी खोज व तकनीक का जोड़ है. पासपोर्ट सुविधाएं, रेलवे आरक्षण आदि ई-गवर्नेंस के अच्छे उदाहरण हैं. उन्होंने ई-गवर्नेंस डेवलपमेंट इंडेक्स (इजीडीआई) के बारे में जानकारी दी. गुजरात में ग्राम पंचायत स्तर पर ई-गवर्नेंस के प्रयोग पर वीडियो क्लिप भी दिखाया. टाटा टेक्नोलॉजी के प्रमुख, अविजित रॉय ने ई- गवर्मेंट व ई-गवर्नेंस के बीच का अंतर समझाया. उन्होंने कहा कि ई-गवर्मेंट एक तरफा संवाद है, वहीं ई- गवर्नेंस जनता व सरकार के बीच का संवाद है. लोगों में ई-साक्षरता जरूरी है. श्री रॉय ने वर्तमान सरकार के कामकाज के तरीकों में बदलाव, सोशल मीडिया व ई-गवर्नेंस में लोगों की भागीदारी के बारे में भी प्रकाश डाला. एक्सआइएसएस के शासी निकाय के अध्यक्ष, फादर जोसफ मरियानुस कुजूर ने कहा कि ई-गवर्नेंस के कई फायदे हैं. यह कम खर्चीला है. इसमें पारदर्शिता है. तय जिम्मेवारी है. ज्यादा प्रभावी है और इसमें लोगों व सरकार के बीच सुविधाजनक संवाद है. इससे पूर्व एक्सआईएसएस के निदेशक डॉ फादर एलेक्स एक्का ने प्रतिभागियों का स्वागत किया. इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग के अध्यक्ष सह सम्मेलन के संयोजक डॉ एसएन सिंह ने विभाग के बारे में जानकारी दी. सहायक निदेशक फादर रंजीत पास्कल टोप्पो ने भी विचार रखे. डॉ महुआ बनर्जी ने कार्यक्रम का संचालन किया. इस मौके पर स्मारिका भी जारी की गयी.ई-गवर्नेंस का मकसद लोगों का जीवन सरल बनाना पहले दिन दो तकनीकी सत्र हुए. पहला सत्र ‘ ई-गवर्नेंस : विजन टू इंप्लीमेंटेशन’ विषय पर था, जिसकी अध्यक्षता बीआइटी मेसरा के पूर्व वीसी डॉ पीके बरहई ने की. इसमें ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के सीइओ, डॉ दिनेश कुमार त्यागी ने कहा कि ई-गवर्नेंस का मकसद लोगों का जीवन सरल बनाना है. सीएमपीडीआइएल के एचओडी डॉ प्रभात कुमार ने ई-गवर्नेंस की शुरुआत और भारत में इसके लिए संसाधनों व रुचि की कमी से जुड़ी जानकारियां दीं. उन्होंने राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना व इसके महत्व पर प्रकाश डाला. दूसरे सत्र की अध्यक्षता एक्साइड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के एचआर निदेशक नदीम काजमी ने की. इसका विषय ‘बिजनेस प्रोसेस री-इंजीनियरिंग’ रखा गया था. इसमें सीआइएल के जीएम पीसी मिश्रा ने स्वचालन, खोज की गति, प्रक्रिया को तार्किक बनाने, मूल्य संवर्द्धन व अन्य विषयों के बारे में बताया. सीयूजे में स्कूल मैनेजमेंट साइंसेज के डीन डॉ तापस घोषाल ने व्यवसाय में आइटी की भूमिका के बारे में जानकारी दी.

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