रांची : आदित्यपुर के एक मामले को लेकर विधानसभा में भाजपा विधायक साधुचरण महतो और चंपई सोरेन के बीच नोकझोंक हुई. साधु ने चंपई को यहां तक कह दिया कि वे ठेकेदारी करते हैं और ज्यादा बोलेंगे, तो सदन में ही उनकी पोल खोल देंगे.
श्री सोरेन ने तारांकित प्रश्न के दौरान सवाल किया था कि आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के ग्राम आसंगी ओला वर्गीडीह एवं कृष्णापुर की कुल 47.57 एकड़ में से 36.13 एकड़ भूमि रैयतों को वापस करने का आदेश 2017 में ही दिया गया था.
राजस्व सचिव ने 14 मार्च 2017 को आयडा के एमडी को यह आदेश दिया था. जबकि आयडा द्वारा अब तक इसका अनुपालन नहीं किया गया है. जवाब में मंत्री अमर बाउरी ने कहा कि जमीन वापस नहीं किये जाने के मामले में आयडा सचिव को नोटिस दिया गया है. मंत्री ने कहा कि 47.57 एकड़ जमीन रैयतों को वापस की जा रही है.
पर चंपई सोरेन का कहना था कि वापसी के आदेश के बावजूद गांव के बीच में ही आयडा ने रैयतों की जमीन कंपनियों को दे दी है. कंपनी के लोग निर्माण कार्य कर रहे हैं. इस पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जो भी रैयत की जमीन है उसे वापस किया जायेगा.
सरकारी जमीन पर कोई रोक नहीं है. इसी बीच भाजपा विधायक साधुचरण महतो ने कहा कि पोल खोल दें क्या कि चंपई क्यों इस जमीन के पीछे पड़े हुए हैं. मामला ठेकेदारी का है. झामुमो के लोगों को ठेका नहीं मिल रहा है, इसलिए गलत-सलत बोल रहे हैं.