मुख्यमंत्री ने नगर आयुक्त से कहा कि अधिकतर सड़कों पर जाम इसलिए हैं कि दुकानदार अपनी दुकान के बाहर में अपनी कार या दो-चार बाइक दिन भर खड़ी कर देता है. इससे सड़क की चौड़ाई काफी कम हो जाती है. जो भी दुकानदार इस प्रकार का काम करता है, उनके सूची बनवायें. उन्हें सीधे नोटिस भेजें कि या तो अपनी कार या बाइक को पार्किंग में लगाओ, वरना वाहन को उठवा लिया जायेगा. उन्होंने निगम के इंफोर्समेंट अफसरों से भी कहा कि वे भी जब शहर में घूमते हैं, तो इस प्रकार के चीजों पर नजर रखें. इंफोर्समेंट अफसर प्रतिदन सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक और दोपहर दो बजे से रात सात बजे तक अभियान चलायें. साथ ही यह भी देखें कि किसी दुकान के चलते सड़क पर वाहन चालकों को कोई प्रॉब्लम तो नहीं हो रही है.
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एक सप्ताह में पूरी व्यवस्था बदल कर रख देंगे, लोग धैर्य रखें : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि राजधानी के लोग धैर्य रखें. एक सप्ताह में यातायात व्यवस्था से जुड़ी पूरी व्यवस्था बदल कर रख देंगे. उन्होंने कहा कि आज कुछ कट्स की वजह से पूरी रांची की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है. हम इसे दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं. अगर आज हमने यह […]
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि राजधानी के लोग धैर्य रखें. एक सप्ताह में यातायात व्यवस्था से जुड़ी पूरी व्यवस्था बदल कर रख देंगे. उन्होंने कहा कि आज कुछ कट्स की वजह से पूरी रांची की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है. हम इसे दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं. अगर आज हमने यह कदम नहीं उठाया, तो आनेवाले पांच वर्षों में पूरी रांची नरक में तब्दील हो जायेगी. फिर लोग कीड़े-मकोड़ों की तरह शहर में इधर से उधर घूमते रहेंगे. मुख्यमंत्री रविवार को शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे. इस बैठक के दौरान राजधानी की यातायात व्यवस्था से जुड़े कई अहम निर्णय लिये गये .
रांची: बैठक में मौजूद नगर निगम, जिला प्रशासन, जिला पुलिस और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों से मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा : हर अच्छे काम की शुरुआत में आलोचना होती है, लेकिन हम आलोचना से नहीं घबराते हैं. नेता वही है, जिसमें निर्णय लेने की क्षमता हो. मुख्यमंत्री ने वार्ड पार्षदों से भी अपील की कि वे अपने-अपने वार्ड में जनता के बीच जायें. उन्हें शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और स्वच्छता सहित अपने अन्य अधिकारों के बारे में बतायें. जनता से जो भी राय मिले, उस प्रस्ताव को नगर निगम को उपलब्ध करायें. सरकार ऐसे जनहित के प्रस्ताव को धरातल पर उतारने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी.
मुख्यमंत्री ने नगर आयुक्त से कहा कि अधिकतर सड़कों पर जाम इसलिए हैं कि दुकानदार अपनी दुकान के बाहर में अपनी कार या दो-चार बाइक दिन भर खड़ी कर देता है. इससे सड़क की चौड़ाई काफी कम हो जाती है. जो भी दुकानदार इस प्रकार का काम करता है, उनके सूची बनवायें. उन्हें सीधे नोटिस भेजें कि या तो अपनी कार या बाइक को पार्किंग में लगाओ, वरना वाहन को उठवा लिया जायेगा. उन्होंने निगम के इंफोर्समेंट अफसरों से भी कहा कि वे भी जब शहर में घूमते हैं, तो इस प्रकार के चीजों पर नजर रखें. इंफोर्समेंट अफसर प्रतिदन सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक और दोपहर दो बजे से रात सात बजे तक अभियान चलायें. साथ ही यह भी देखें कि किसी दुकान के चलते सड़क पर वाहन चालकों को कोई प्रॉब्लम तो नहीं हो रही है.
आधा किलोमीटर चलने से पहाड़ नहीं टूट जायेगा : किशोरगंज चौक के कट को बंद किये जाने के हालात पर नगर विकास मंत्री ने कहा कि मधुकम क्षेत्र में अधिकतर ठेले वाले रहते हैं. ये लोग प्रतिदिन अपने ठेले मेन रोड सहित शहर के अन्य सड़कों पर लगाते हैं. अगर ये कट खोल दिया जाये, तो इन दुकानदारों को बहुत राहत होगी. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम लोग सुविधा भोगी हो गये हैं. लघुशंका करने के लिए भी लोग बाइक लेकर जाता है. कट को ट्रैफिक सुधार के लिए बंद किया गया है. वैसे भी कट के बंद करने से आधा किमी ही अधिक चलना पड़ेगा. वैसे भी चलना सेहत के लिए लाभदायक ही है. वैसे ही आधा किमी पैदल चलने से कोई पहाड़ नहीं टूट जायेगा.
सड़कों पर लगनेवाले बाजार को खत्म करायें : मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में शहर के कई सड़कों का चौड़ीकरण हुआ है. लेकिन चौड़ीकरण का लाभ वाहन चालकों को नहीं मिल रहा है. जैसे-जैसे सड़कें चौड़ी हो रही हैं, उनके किनारे दुकानें सजती जा रही हैं. आखिर निगम कर क्या रहा है? उन्होंने नगर आयुक्त को आदेश दिया कि जितनी फोर्स की जरूरत है, उपलब्ध करायी जायेगी, लेकिन सड़कों को जाम से मुक्त करायें. सड़कों पर लगने वाले बाजार को खत्म करें. ताकि लोगों को वाहन चलाने में किसी तरह की परेशानी न हो.
नगर विकास सचिव को लगायी फटकार : बैठक में मुख्यमंत्री ने नगर विकास सचिव से मोरहाबादी मैदान के सौंदर्यीकरण की जानकारी मांगी. नगर विकास सचिव उस समय फोन पर किसी से बात कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने इस पर कहा कि ध्यान बैठक में रहेगा, तब तो समझ में आयेगा कि हम यहां क्यों बैठक कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने एक बार फिर से सचिव से पूछा कि मोरहाबादी के लिए क्या प्लानिंग है भैया? इस पर सचिव ने कहा कि टेंडर की प्रक्रिया में है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हर बार जब भी पूछते हैं, यही बताते हो कि टेंडर हो रहा है. आखिर काम कब होगा? उन्होंने नगर विकास सचिव व नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि एक सप्ताह के अंदर मोरहाबादी मैदान का सौंदर्यीकरण कार्य प्रारंभ हो. दोपहिया हो या चारपहिया सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश यहां पूरी तरह से बंद करायें. लोगों को यहां आने के बाद किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए सर्वे करायें कि कहां-कहां पर पार्किंग की व्यवस्था हो सकती है. फिर निर्धारित जगहों पर ही वाहन को पार्क करायें. मुख्यमंत्री ने कहा कि मोरहाबादी मैदान को टाइम स्कवायर की तरह विकसित किया जायेगा.
हर वार्ड में बनेंगे खेल के मैदान, पार्षद सूची दें
मुख्यमंत्री ने शहर के सभी वार्ड पार्षदों से कहा कि आज खेल का मैदान तो मानों शहर से गायब ही हो गये हैं. बच्चे पीसीसी सड़क और छत पर खेल रहे हैं. हमें इसे बदलना होगा. इसके लिए सभी वार्ड पार्षद अपने-अपने वार्ड के खाली पड़े भूमि, गैरमजरुआ भूमि की सूची निगम को दें. ऐसी जगहों को हम खेल के मैदान के रूप में विकसित करेंगे. आप प्रस्ताव भेजें, पैसा की चिंता न करें. सरकार ऐसे जगहों को डेवलप करने के लिए पैसा देगी.
20 करोड़ से लगेंगे हाइ डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरे
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब ये सिलसिला रुकने वाला है. जो थोड़े पैसेे वाले होते हैं, वही सबसे अधिक कानून तोड़ते हैं. इसलिए अब शहर की सभी सड़कों पर 20 करोड़ की लागत से हाइ डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. इन कैमरों की मदद से तेज रफ्तार वाहनों का भी नंबर प्लेट रीड किया जा सकेगा. इसके आधार पर नगर निगम उन वाहन चालकों के घर नोटिस भेजेगा. जब कोर्ट के चार चक्कर लगाने के बाद वाहन चालक फाइन जमा करेगा, तो उसकी हेकड़ी खुद-ब-खुद खत्म हो जायेगी.
लोगों के सवाल पर मुख्यमंत्री के जवाब
तीन घंटे तक चली इस बैठक में मेयर-डिप्टी मेयर सहित निगम के वार्ड पार्षदों ने मुख्यमंत्री रघुवर दास से सवाल किये. मुख्यमंत्री ने बेबाकी से लोगों के सवालों के जवाब भी दिये.
डिप्टी मेयर : हरमू रोड के कट बंद करने का फैसला स्वागत योग्य है. लेकिन यहां पर छोटे-छोटे फ्लाइओवर बनने चाहिए. ताकि सड़क के इस छोर से लोग दूसरे छोर पर आ जा सके.
मुख्यमंत्री: फ्लाइओवर बना देने से क्या होगा. चर्च कॉम्प्लेक्स के सामने इस प्रकार का एक फ्लाइओवर बना हुआ है. मैंने तो आज तक किसी को इस पर चढ़कर पार होते हुए नहीं देखे हैं. सारे लोग पैदल ही सड़क पार करते हैं. लोगों की मानसिकता ही ऐसी हो गयी है.
पार्षद उर्मिला यादव : एचइसी प्रबंधन हमें न तो वार्ड कार्यालय के लिए जमीन देता है और न सामुदायिक भवन बनाने की अनुमति देता है.
मुख्यमंत्री : एचइसी प्रबंधन को पहले तो यह पता होना चाहिए कि वह जमीन का मालिक नहीं है. उस जमीन का असली मालिक हम हैं. अगर हमें ही विकास कार्यों के लिए जमीन नहीं देगा, तो फिर आखिर हमने वह जमीन एचइसी को दी ही क्यों है? नगर आयुक्त एचइसी को पत्र लिखें कि हमें फलां-फलां जगह पर जमीन की जरूरत है. एचइसी जमीन कैसे नहीं देगा, हम भी देखते हैं.
पार्षद अशोक यादव : शहर में स्टैंड की कमी है. इसलिए ऑटो व ई-रिक्शा सड़क पर ही खड़े रहते हैं. निगम स्टैंड की व्यवस्था करे, तो ट्रैफिक समस्या का समाधान हो.
मुख्यमंत्री : इस मामले पर तो नगर निगम पूरी तरह से फेल है. हमें तो समझ में नहीं आ रहा है कि नगर निगम कर क्या रहा है? निगम ऐसी व्यवस्था बनाये कि केवल वही गाड़ी सड़क पर लगे जो सवारी लेकर छूटने वाला हो. बाकी के गाड़ियां स्टैंड पर खड़ी हों.
वार्ड नंबर-18 में आज बैठक करेंगे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुस्लिम बहुल इलाकों के लोग कारीगरी में दक्ष होते हैं. उन्हें स्वरोजगार से जोड़ना हमारी प्राथमिकता है. अगर इस क्षेत्र के लोग आये आयेंगे, तो सरकार उन्हें लोन सहित सारी सुविधाएं उपलब्ध करायेगी. बैठक में ही वार्ड नंबर 18 के पार्षद गुलाम सरवर रिजवी के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे सोमवार को वार्ड नंबर 18 के कार्यालय में लोगों के साथ बैठक करेंगे. मुख्यमंत्री ने निगम के सभी 55 वार्डों के वार्ड पार्षदों से अपील किया कि वे सोमवार को अपने-अपने वार्ड में क्षेत्र की जनता के साथ बैठक करें. जनता क्या सरकार से चाहती है, इसकी रिपोर्ट नगर निगम को दें. नगर आयुक्त इन महत्वपूर्ण सुझावों से हमें भी अवगत करायें.
हर चीज के लिए सरकार पर आश्रित क्यों ?
मुख्यमंत्री ने वार्ड पार्षदों से कहा कि आरा-केरम गांव ने आज हम सबों के लिए एक आदर्श प्रस्तुत किया है. वहां शहर की तरह सरकार ने सारी सुविधाएं लोगों को नहीं दी है. लेकिन लोगों अपने आत्मबल से गांव को मॉडल बनाया है. वहां के बच्चे सुबह पांच बजे सोकर उठते हैं. एक घंटे पढ़ाई करते हैं. उसके बाद गांव के सभी लोग एक घंटे (छह से सात बजे तक) अपने घर व आसपास में सफाई करते हैं. भला हम ऐसा नहीं कर सकते हैं क्या? लेकिन असल बात यह है कि हम हर चीज के लिए सरकार पर आश्रित हो गये हैं. इस गांव की तरह शहर में एक भी मोहल्ला ऐसा है क्या, जो आज हम सबों के लिए आदर्श प्रस्तुत करे?
अधिकारियों को दिये निर्देश
रात 12 बजे पूरे शहर में घूमें बताएं कैसे सुधरेगा ट्रैफिक
मुख्यमंत्री ने नगर आयुक्त सहित डीसी और एसएसपी से कहा कि आज रात को 12 बजे सारे अधिकारी शहर के ट्रैफिक का भ्रमण करें. देखें ट्रैफिक सुधार के लिए क्या-क्या किया जा सकता है. फिर उस पर रिपोर्ट दें. हम इन रिपोर्टों के आधार पर शहर में ट्रैफिक सिस्टम को डेवलप करेंगे. बैठक में मिले निर्देश के आधार पर सोमवार रात से अधिकारियों ने शहर की सड़कों का जायजा लेने का काम शुरू कर दिया.
बाइक वाली पुलिस आजकल क्या करती है?
मुख्यमंत्री ने एसएसपी से कहा कि बीती रात मैं बरियातू रोड से जा रहा था. रास्ता में मैंने देखा कि हमारे ही साइड से 15-20 बाइक वाले आये. भला जब वहां डिवाइडर है. तो रॉन्ग साइड से लोग बाइक लेकर कैसे आ रहे हैं? आपकी बाइक वाली पुलिस आजकल क्या कर रही है? ये सब भी नहीं देखेंगे तो कैसे चलेगा? मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी इस तरह का राॅन्ग साइड में बाइक चलाता है, कितना भी रसुखदार क्यों न हो. सब पर चालान करें.
शहर में रोज लगायें नाइट मार्केट, लोगों को लाभ होगा
मुख्यमंत्री ने नगर आयुक्त को आदेश दिया कि वह शहर के कुछ ऐसी जगहों को चिह्नित करें, जहां प्रतिदिन शाम पांच बजे से रात एक बजे तक नाइट मार्केट लगे. इस मार्केट से फुटपाथ पर दुकानें लगानेवालों को स्थायी जगह मिल जायेगाी. लोगाें को भी एक जगह पर सारे सामान खरीदने की सुविधा होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी जगहों पर सुरक्षा और पार्किंग आदि की व्यवस्था रहे. लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.
मॉल के संचालकों के साथ बैठक करने के निर्देश
न्यूक्लियस मॉल के समीप प्रतिदिन लगनेवाले जाम पर मुख्यमंत्री ने नगर आयुक्त से कहा कि आप हर हाल में सोमवार को शहर के सभी मॉल संचालकों के साथ बैठक करें. उनसे कहें कि पार्किंग रेट इतना अधिक न रखें कि लोग अपने वाहन पार्किंग के बजाये सड़क पर रखने के लिए मजबूर हो जायें. सभी मॉल की पार्किंग दर ऐसी हो, जो लोग चुका सकें. तभी लोग अपने वाहन को पार्किंग में खड़ा करेंगे.
रिक्शा व साइकिल के रिकॉर्ड क्यों नहीं निगम के पास?
मुख्यमंत्री ने नगर आयुक्त से पूछा कि शहर में कितने पैडल रिक्शे हैं? इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि उनके पास ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब रिकॉर्ड ही नहीं है, तो आखिर योजना कहां से बनेगी? उन्हाेंने नगर आयुक्त से कहा कि शहर में जितने भी पैडल रिक्शे चल रहे हैं, सभी का सर्वे करवाइए. न सिर्फ रिक्शे का, बल्कि शहर में चलनेवाली साइकिलों का भी. तभी जाकर हम आगे कुछ बेहतर कर सकते हैं.
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