चारा घोटाला : लालू, जगन्नाथ के साथ 30 आरोपी हुए हाजिर
रांची: चारा घोटाला के आरसी- 38 ए/ 96 मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, जगन्नाथ मिश्र सहित 30 अारोपी सोमवार को सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में उपस्थित हुए़ लालू की ओर से सूर्यकांत सूरज ने गवाही दी़ उन्होंने दो अन्य नाम भी बताये, जिन्होंने लालू प्रसाद की पुत्री के एडमिशन […]
रांची: चारा घोटाला के आरसी- 38 ए/ 96 मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, जगन्नाथ मिश्र सहित 30 अारोपी सोमवार को सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में उपस्थित हुए़ लालू की ओर से सूर्यकांत सूरज ने गवाही दी़ उन्होंने दो अन्य नाम भी बताये, जिन्होंने लालू प्रसाद की पुत्री के एडमिशन के लिए नामकुम के बिशप बेस्टकॉट स्कूल में रेफरेंस दिया था़.
अगली सुनवाई दो व तीन नवंबर को हाेगी, जिसमें लालू सहित सभी अारोपी उपस्थित होंगे़ हालांकि बीमारी के कारण जगन्नाथ मिश्र को छूट दे गयी है़ लिहाजा, वे अब अदालत में उपस्थित नहीं होंगे़ मामला आरसी- 38 ए/ 96 दुमका कोषागार से 3: 13 करोड़ की अवैध निकासी का है़ मालूम हो कि इस मामले में अब 43 में से 32 आरोपी बच गये है़ं .
पहली पाली में नहीं हो सकी गवाही
लालू प्रसाद सहित सभी 30 अारोपी पहली पाली में सुबह 11: 45 बजे कोर्ट में उपस्थित हुए थे़ लेकिन सीबीआइ ने देवघर कोषागार से अवैध निकासी मामले के कुछ दस्तावेज आरसी-38 ए/ 96 में उपलब्ध नहीं हाेने पर बाद में प्रस्तुत करने की बात कहते हुए समय मांगी़ इसलिए पहली पाली में सुनवाई नहीं हुई़ इसके बाद दूसरी पाली की सुनवाई दो बजे से शुरू हुई. दूसरी पाली में सूर्यकांत प्रसाद सूरज ने गवाही दी़ 30 आरोपियों में लालू प्रसाद, धुव्र भगत, जगन्नाथ मिश्र, जगदीश शर्मा, बैक जूलियस , महेश प्रसाद, आरके राणा, ओपी दिवाकर, नरेश प्रसाद, रघुनंदन प्रसाद, नंद किशोर प्रसाद, राधा मोहन मंडल, पितांबर झा सहित अन्य आरोपी उपस्थित हुए़ बाद में लालू प्रसाद ने सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार (आरसी-47 ए / 96) व सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश एस एस प्रसाद (आरसी-68 ए / 96) की अदालत में भी उपस्थिति दर्ज करायी़.
विद्यासागर व राजा राम जोशी ने दिया आवेदन
पहली पाली में आरोपी विद्यासागर निषाद व राजा राम जोशी उपस्थित नहीं हुए. उस समय अदालत ने उनका बेल बांड खारिज कर दिया था़ दूसरी पाली में विद्यासागर के पुत्र ने उनके ब्रेन हैमरेज के कारण अस्पताल में भर्ती होने का कागजात प्रस्तुत कर उनके उपस्थित नहीं होने का कारण बताया, जबकि राजा राम के अधिवक्ता ने शपथ पत्र देकर मंगलवार को उपस्थित होने का आवेदन दिया़
