जिसमें वीर बुधू भगत का गांव सिलागांई भी शामिल है. उन्होंने वीर बुधू भगत की करिश्माई नेतृत्व, क्षमता व शहादत को याद किया और कहा कि राज्य सरकार ने सिलागांई को आदर्श गांव बनाने का बीड़ा उठाया है. इसमें ग्रामीणों को भी भागीदारी निभानी होगी. इसे आदर्श गांव बनाने के लिए विकास के साथ स्वच्छता, शिक्षा, स्वावलंबन, सामाजिक एकता पर विशेष ध्यान देने के साथ सामाजिक कुरीतियों, अंधविश्वास व विसंगतियों को दूर करने के लिए सबको मिल कर पहल करनी होगी. समारोह में आदिवासी कल्याण आयुक्त गौरी मिंंज व रांची के उपायुक्त मनोज कुमार ने भी विचार व्यक्त किया.आज के दिन को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि आदर्श ग्राम योजना के तहत शहीदों के चयनित गांव में दो तीन वर्षों में सभी विभागों द्वारा सर्वांगीण विकास का कार्य किया जाना है.
वर्तमान में सिलागांई में कल्याण विभाग की ओर से 100 आवास के अलावा सिंचाई के लिए तीन लिफ्ट इरिगेशन का कार्य, घरों में नल के माध्यम से पेयजलापूर्ति के लिए चार टोलों में जलमीनार का निर्माण, तालाब व अखरा का जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाना है.
साथ ही चान्हो बेयासी पथ, हुरुहुरी पथ एवं सोंस गणेषपुर पथ का सुदृढ़ीकरण व चौड़ीकरण के लिए ग्रामीण विकास विभाग डीपीआर तैयार कर चुका है. अन्य विभागों की ओर से भी यहां विकास के अन्य कार्य प्राथमिकता के आधार पर किये जायेंगे. इस दौरान शहीद के वंशज व वीर बुधू भगत स्मारक समिति के अध्यक्ष शिवपूजन भगत ने वीर बुधू भगत की जीवनी पर प्रकाश डाला. शहीद भगत की जीवनी पर कस्तूरबा गांधी की छात्राओं ने लघु नाटिका का मंचन किया. कार्यक्रम में आवास योजना के 20 लाभुकों के बीच कार्यादेश व सखी मंडल के बीच मोबाइल का भी वितरण किया गया. शिलान्यास कल्याण मंत्री लुईस मरांडी के हाथों होना था, लेकिन किसी कारणवश वे नहीं आ सकीं. कार्यक्रम का संचालन अल्फ्रेड मिंंज व धन्यवाद ज्ञापन प्रमुख भोला उरांव ने किया.