रांची: पलामू के आयुक्त नंद किशोर मिश्र पर महिला उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं. जिले की एक बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) ने मुख्य सचिव को पत्र लिख कर बताया है कि पलामू आयुक्त शराब पीकर रात को दो बजे फोन कर ईल बातें करते हैं. गलत नीयत से दबाव बनाते हैं, प्रताड़ित करते हैं और धमकी देते हैं.
आवास पर बुलाते हैं : सीडीपीओ ने मुख्य सचिव को भेजे पत्र में कहा है कि आयुक्त एनके मिश्र फोन कर आवास पर बुलाते हैं. अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं. इनकार करने पर धमकी देते हैं. पूरे दिन शराब के नशे में रहते हैं. सीडीपीओ ने लिखा है कि 21 मार्च की रात 1.56 बजे आयुक्त फोन कर इमिडियेट रिक्वायरमेंट की बात करने लगे. मुख्य सचिव से शिकायत करने की बात कहने पर उन्होंने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. आरटीए सेक्रेटरी और उपनिदेशक कल्याण के माध्यम से कैश बुक अपने पास रखने का फरजी मामला बना दिया. सहायक को निलंबित कर दिया. इसके बाद आयुक्त ने वर्तमान और पूर्व सीडीपीओ पर एफआइआर करने का आदेश दे दिया. सीडीपीओ ने कहा है कि आयुक्त के कारण उनका परिवार भयभीत है.
‘‘मुङो जानकारी नहीं है. रात को फोन करनेवाली बात कन्फ्यूजन क्रियेट करने के लिए गढ़ी गयी है. मार्च का महीना सीडीपीओ लोगों के लिए मस्ती का महीना होता है. चोरी पकड़े जाने पर आरोप का खेल खेला जा रहा है.
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कौन हैं एनके मिश्र
एनके मिश्र 1986 बैच के आइएएस अधिकारी हैं. पलामू के आयुक्त बनने से पूर्व वह सिविल डिफेंस कमिश्नर के रूप में पदस्थापित थे. सर्ड में पदस्थापन के दौरान अपने कार्यो और सर्ड के तत्कालीन निदेशक सजल चक्रवर्ती से झगड़े के कारण खासे चर्चित हुए थे. उस समय भी उन पर महिला उत्पीड़न के आरोप लगाये गये थे. महिला आयोग में भी श्री मिश्र की शिकायत की गयी थी.