रांची: सुकरहुटू गांव के एक समूह के लोग प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. ग्रामीणों का कहना था कि एक समूह के लोग दूसरे समूह पर पत्थरबाजी कर रहे थे. पुलिस पर भी पत्थरबाजी की गयी, जिसमें पुलिस को भी चोटें आयीं, लेकिन पुलिस को जिस तरह कार्रवाई करनी चाहिए थी, उसने नहीं की. जब पत्थरबाजी करनेवालों की तरफ से फायरिंग हो रही थी, तब भी पुलिस ने गोली क्यों नहीं चलायी. गोली चलाती, तो हमें पत्थर नहीं झेलना पड़ता.
पुलिस ने उल्टे हमें रोक दिया. इस कारण दूसरे समूह के लोगों का मन और बढ़ गया है. एक समूह के ग्रामीण आगे बढ़ कर खुद फैसला करना चाह रहे थे, लेकिन प्रशासन उन्हें ऐसा करने से रोक रही थी. इस कारण ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. जब लोग बेकाबू होने लगे, तब पुलिस ने लाठीचार्ज किया.
घरों में रहें लोग, पुलिस नहीं पीटेगी
लाठीचार्ज के बाद एसएसपी कुलदीप द्विवेदी माइक से यह अनाउंस कर रहे थे कि लोग अपने-अपने घरों में रहें. किसी को पुलिस नहीं पीटेगी. घरों से निकलेंगे, तो गिरफ्तार कर लिया जायेगा. एसएसपी ने पत्थर फेंक रहे लोगों को खोजने एक गली में जा रही पुलिस को भी रोका, साथ ही निर्देश दिया कि वह सड़क तैनात रहें. लोगों को घरों से निकलने नहीं दें.
सामाजिक समरसता बनाये रखें : विधायक
कांके विधायक डॉ जीतू चरण राम ने कहा कि छोटी-छोटी बात में लोग आपस में न उलझे़ं. सामाजिक समरसता को बनाये रखे़ं अफवाह पर ध्यान न दे़ं. सच्चाई को जानें और पुलिस प्रशासन की मदद ले़ं . आपस में उलझ कर किसी घटना को अंजाम न दे़ं.
उससे किसी को कुछ हासिल नहीं होनेवाला़ इसलिए आपसी भाईचारा बना कर एक-दूसरे की मदद करें और जरूरत पड़े, ताे पुलिस से मदद ले़ं