10 नंबर खदान को बंद करने का लिया गया है फैसला
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खदान बंद होने पर आंदोलन किया जयेगा
10 नंबर खदान को बंद करने का लिया गया है फैसला 10 नंबर भूमिगत खदान को बंद करने का विरोध उरीमारी : बरका-सयाल क्षेत्र की सयाल परियोजना की 10 नंबर भूमिगत खदान को बंद करने के फैसले का विरोध शुरू हो गया है. शनिवार को संयुक्त वामपंथी यूनियन की विरोध सभा बासुदेव साव की अध्यक्षता […]
10 नंबर भूमिगत खदान को बंद करने का विरोध
उरीमारी : बरका-सयाल क्षेत्र की सयाल परियोजना की 10 नंबर भूमिगत खदान को बंद करने के फैसले का विरोध शुरू हो गया है. शनिवार को संयुक्त वामपंथी यूनियन की विरोध सभा बासुदेव साव की अध्यक्षता में भूमिगत खदान के पास हुई. वक्ताओं ने कहा कि इस खदान में अभी लाखों टन कोयला रिजर्व है. ऐसे में इसे बंद करने का निर्णय मजदूर व कोलियरी विरोधी है. वक्ताओं ने कहा कि अगर खदान को बंद किया गया, तो अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जायेगा. इस खदान में साढ़े पांच सौ से अधिक मजदूर कार्यरत हैं. ऐसे में इन मजदूरों को दूसरे जगह स्थानांतरित करना भी अव्यवहारिक होगा.
मजदूर इस खदान से ज्यादा से ज्यादा कोयला निकालने के लिए हमेशा तैयार रहे हैं. निर्धारित लक्ष्य को भी पूरा करके पूर्व में दिखाया है. इस खदान में सात सौ फीट केबुल नहीं मिलने के कारण उत्पादन पर असर पड़ रहा है. प्रबंधन खदान में सुविधाएं उपलब्ध कराये. सभा को सदानंद सिंह, महेंद्र प्रसाद सिंह, मुकीम अंसारी, जुगल प्रसाद, वकील यादव, विनोद सिंह, गया प्रसाद ने संबोधित किया. मौके पर प्रमोद प्रसाद साहू, माधो मुंडा, लक्ष्मी मांझी, कृष्णाकांत, बिगन साव, श्याम बिहारी दुसाध, महादेव मांझी, नकुल दास, बलिराम, विशुनदेव प्रजापति, अक्षेश्वर राम, खेमलाल प्रसाद, जगदीश प्रसाद, मो गुलाम, सुंदर, बसिया देवी, राम अवतार, बालचंद उपस्थित थे.
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