भुरकुंडा : भुरकुंडा कोलियरी के बंद पड़ी बलकुदरा खुली खदान में लगी आग के संबंध में गुरुवार को प्रभात खबर में खबर छपने के बाद सीसीएल की नींद टूटी. भुरकुंडा परियोजना पदाधिकारी अशोक कुमार दल-बल के साथ बलकुदरा खदान पहुंचे. यहां आग के कारण धुएं का गुबार दूर से ही दिखाई दे रहा था.
उन्होंने खदान में उतर कर आग लगी सिम का निरीक्षण किया. स्थिति को गंभीर मानते हुए उन्होंने खदान में कार्यरत अधिकारियों व कर्मियों को फटकार लगायी. शीघ्र आग पर काबू पाने का आदेश दिया. उनके आदेश के बाद पानी से भरा टैंकर मौके पर पहुंचा. आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिया गया.
गुरुवार को दिन भर आग पर काबू पाने को लेकर रणनीति व प्रयास जारी रहा. पूरे मामले में बताया गया कि प्रबंधन आग बुझाने के अपने प्रयास को शुक्रवार से और तेज करेगा. इस काम में कई टैंकरों को लगाया जायेगा, ताकि कोयले की सीम में लगी आग को और आगे बढ़ने व भड़कने से रोका जा सका.
उल्लेखनीय है कि यह खदान वर्तमान में एक जनवरी से बंद है. खदान को सीटीओ (कॉन्सेंट टू ऑपरेट) पत्र नहीं मिला है. इसके कारण यहां से कोयला या ओबी का उत्पादन नहीं हो रहा है. खदान को आउटसोर्सिंग के माध्यम से चलाया जाता है. खदान में करीब 23 लाख टन कोयले का भंडार है.