रामगढ़ : गांधी मेमोरियल प्लस टू उवि परिसर में शुक्रवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान की शुरुआत की गयी. अभियान की शुरुआत जिप अध्यक्ष रामगढ़ ब्रह्मदेव महतो व सीएस डॉ नीलम चौधरी ने निर्धारित उम्र के बच्चों को कृमि की खुराक देकर की. मौके पर जिप अध्यक्ष ने कहा कि एक से 19 वर्ष तक के जिला के तमाम बच्चों को कृमि के संक्रमण से बचाने के लिए कृमि की दवा दी जा रही है. मदरसा में 14 फरवरी को खुराक दी जायेगी.
इसके बाद बचे बच्चों को 16 फरवरी को कृमि की खुराक दी जायेगी. कहा कि विश्व में सबसे अधिक कृमि प्रभावित बच्चों की संख्या भारत में है. सीएस डॉ नीलम चौधरी ने कहा कि डब्लूएचओ ने बताया है कि देश में एक से 14 वर्ष तक लगभग 22 करोड़ बच्चों को कृमि का खतरा है. कृमि के संक्रमण होने से शारीरिक विकास में रूकावट होती है. कृमि संक्रमण की रोकथाम के लिए एल्बेंडाजोल की गोली एक सुरक्षित, लाभदायक व प्रभावी उपाय है. डीआरसीएच डॉ अशोक कुमार पाठक ने कहा कि इस कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए स्कूल व आंगनबाड़ी प्रमुख मंच है.
जिला के तमाम सरकारी व निजी स्कूलों के बच्चों को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर दवा की खुराक दी जा रही है. इसके लिये 1042 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व 1214 सहिया का प्रशिक्षित किया गया है. कृमि नियंत्रण की दवा सभी के लिए सुरक्षित है. किंतु गंभीर कृमि संक्रमण वाले बच्चों को यह दवा खिलाने पर जी मिचलाना, पेट में हल्का दर्द, थकान आदि साइड इफेक्ट हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि जिला में चार लाख 17 हजार 776 बच्चों को खुराक दी जायेगी. मौके पर रामगढ़ सदर प्रभारी डॉ ठाकुर मृत्युंजय कुमार सिंह, डीपीएम देवेंद्र भूषण श्रीवास्तव सहित स्कूल के प्राचार्य व शिक्षक मौजूद थे.