उरीमारी : झाकोमयू बरका-सयाल कमेटी का सोमवार को कराया गया चुनाव पूरी तरह अवैध व गैरसंवैधानिक है. यह बात यूनियन के केंद्रीय सचिव सह बड़कागांव पूर्वी के पार्षद संजीव बेदिया ने कही. उन्होंने कहा कि चुनाव में यूनियन के चुनाव प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया है.
बरका-सयाल क्षेत्र के सभी सात यूनिटों के पदाधिकारियों या डेलिगेट के माध्यम से चुनाव नहीं कराया गया. बल्कि पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर पर्यवेक्षकों द्वारा सभी नियम-कानून को ताक पर रखते हुए एकतरफा फैसला लिया जा रहा था. सोमवार के यूनियन के चुनाव के लिए छह संयोजक मंडली में से तीन लोग संजय वर्मा, रामलखन मुंडा व मैं स्वयं डेलिगेट या सात यूनिटों भुरकुंडा, उरीमारी, बिरसा, जीएम यूनिट, सौंदा डी, सेंट्रल सौंदा, सयाल, आरडब्ल्यूएस भुरकुंडा के मजदूर इस चुनाव के पक्ष में थे. लेकिन पर्यवेक्षकों ने हमारी बातों को अनसुना कर दिया. श्री बेदिया ने कहा कि बरका-सयाल क्षेत्र में यूनियन को मजबूत बनाने के लिए मैंने काफी संघर्ष किया है. यूनियन को कमजोर नहीं होने दूंगा. इस मामले को केंद्रीय अध्यक्ष हेमंत सोरेन व महामंत्री के पास लिखित में रखा जायेगा. श्री बेदिया ने बताया कि सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे ग्यास खान ने भी इस सम्मेलन का बहिष्कार किया और किसी तरह का हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि शीघ्र ही केंद्रीय कमेटी के निर्देशानुसार क्षेत्रीय कमेटी का चुनाव कराया जायेगा.
प्रक्रिया का किया गया पालन : राजकुमार
पर्यवेक्षक सह यूनियन के जोनल उपाध्यक्ष राजकुमार महतो ने कहा कि चुनाव में सभी प्रक्रियाओं का पालन किया गया है. संयोजक मंडली के छह लोगों से बंद कमरे में उनकी राय ली गयी.
हाउस को उनकी राय से अवगत कराया गया. हाउस से सहमति लेकर झाकोमयू बरका-सयाल कमेटी की घोषणा की गयी है. कहीं किसी तरह का विवाद नहीं है. हमलोग जोनल कमेटी के निर्देशानुसार चुनाव कराने यहां आये थे. उन्होंने कहा कि समिति में कार्यकारी अध्यक्ष संजय वर्मा, अध्यक्ष रूस्तम सोहराब, सचिव गहन टुडू व कोषाध्यक्ष भीम साव सर्वसम्मति से चुने गये हैं.