पुलिस ने सशस्त्र पीपुल्स मोरचा को खत्म किया
मेदिनीनगर : सशस्त्र पीपुल्स मोरचा(एसपीएम) पलामू में ध्वस्त हो गया. हाल के दिनों में ही यह मोरचा बना था. चार जुलाई को पांकी में रंगमटिया में तीन जेसीबी को जला दिया था. घटना के चार दिन के अंदर पुलिस ने इस पूरे मामले का उदभेदन किया है. मोरचा के किंगपीन अरविंद कु मार सिंह सहित उसके तीन सहयोगियों को पकड़ा है.
पकड़े गये अपराधी के पास से एक देसी बंदूक, एक देसी राइफल, देसी कट्टा व दो जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. पलामू के पुलिस अधीक्षक वाइएस रमेश ने बताया कि अरविंद सिंह पूर्व में पीएलएफआइ से जुड़ा हुआ था. पीएलएफआइ से अलग होकर जल्द ही उसने एसपीएम नामक संगठन बनाया था. इसका उद्देश्य हथियार के बल पर डरा-धमका कर लेवी वसूलना था. इसी उद्देश्य के तहत चार जुलाई को दहशत फैलाने के लिए रंगमटिया के पास कार्य में लगे तीन जेसीबी को फूंका गया था.
इस घटना के बाद पुलिस ने मामले के उदभेदन के लिए पुलिस उपाधीक्षक प्रभात रंजन बरवार के नेतृत्व में टीम का गठन किया था, जिसमें पुलिस निरीक्षक इंद्रासन्न चौधरी, थाना प्रभारी नागेश्वर रजक व चैनपुर थाना प्रभारी संजय मालवीय भी शामिल थे. इस टीम ने अपराधियों को पांकी थाना क्षेत्र के बलियारी मोड़ के पास से पकड़ा. एसपी श्री रमेश ने बताया कि पकड़े गये लोगों के निशानदेही पर हथियार बरामद किया गया, जो कि छिपा कर रखा गया था.
पकड़े गये अपराधियों में कोनवाई के अरविंद कुमार सिंह, बहुआर के अजय कुमार सिंह, हेरन के कमलेश कुमार सिंह शामिल है. एसपी श्री रमेश ने बताया कि इस गिरोह के दो अपराधी प्रमोद कुमार सिंह व पोशनाथ सिंह भागने में सफल रहा. अरविंद कुमार सिंह चैनपुर व पांकी थाना कांड में आरोपी भी है. एसपी ने बताया कि इन अपराधियों की मंशा सशस्त्र पीपुल्स मोरचा बना कर इसे माओवादी, टीपीसी, जेपीसी उग्रवादी संगठन के समानांतर कार्य करने की थी. पुलिस की सक्रियता के कारण उनके इस मंसूबे पर पानी फिर गया.