मेदिनीनगर : नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय द्वारा जीएलए कॉलेज में संचालित व्यावसायिक पाठ्यक्रम एमसीए व एमबीए के विद्यार्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार किया. मालूम हो कि सोमवार से योध सिंह नामधारी महिला कॉलेज में एमसीए व एमबीए के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा शुरू हुई थी. एमबीए पाठ्यक्रम में 41 व एमसीए में 39 परीक्षार्थी शामिल थे. परीक्षा शुरू होते ही परीक्षार्थियों ने यह कहते हुए बहिष्कार कर दिया कि कॉलेज में कोर्स पूरा नहीं किया गया है.
इन दोनों पाठ्यक्रम का सिलेबस अधूरा है. कॉलेज में पढ़ाई की कोई व्यवस्था नहीं है. परीक्षार्थियों ने परीक्षा केंद्र से निकलकर नीलांबर-पीतांबर विवि के प्रशासनिक भवन के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन किया और सिलेबस पूरा होने तक परीक्षा नहीं लेने की मांग की. परीक्षार्थियों का कहना था कि रांची विवि से भी अधिक शुल्क लिया जा रहा है. प्रति सेमेस्टर 22 हजार रुपये शुल्क के रूप में विश्वविद्यालय ले रही है. रांची विश्वविद्यालय में 18 हजार रुपये शुल्क निर्धारित है.
इसके बावजूद पढ़ाई की कोई व्यवस्था नहीं है. एमसीए व एमबीए व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू हुए करीब एक वर्ष से अधिक हो गये, लेकिन न तो कुशल शिक्षक की व्यवस्था हुई है और न ही जरूरत के अनुसार संसाधन की.अव्यवस्था के कारण सात विद्यार्थी एमसीए का फार्म भी नहीं जमा कर सके. परीक्षार्थियों ने विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एसएन सिंह से मिलकर इस पाठ्यक्रम के कोर्डिनेटर डॉ महेंद्र राम के कारनामों की जानकारी दी और अपनी पीड़ा से अवगत कराया.