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कई स्कूलों का किया निरीक्षण
भ्रमण. राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम लोहरदगा पहुंची लोहरदगा-किस्को : राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर गुरुवार को लोहरदगा पहुंची. यहां उन्होंने कैमो मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया. आंगनबाड़ी केंद्र में पोषाहार, बच्चों की उपस्थिति व आंगनबाड़ी केंद्र के रख रखाव पर संतोष व्यक्त किया. कैमो मिडिल स्कूल के निरीक्षण के […]
भ्रमण. राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम लोहरदगा पहुंची
लोहरदगा-किस्को : राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर गुरुवार को लोहरदगा पहुंची. यहां उन्होंने कैमो मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया. आंगनबाड़ी केंद्र में पोषाहार, बच्चों की उपस्थिति व आंगनबाड़ी केंद्र के रख रखाव पर संतोष व्यक्त किया. कैमो मिडिल स्कूल के निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि यहां बच्चों को सही खाना नहीं दिया जाता. गैस के स्थान पर लकड़ी से खाना बनाया जाता है. विद्यालय के दरवाजे व खिड़की की स्थिति ठीक नहीं है.
बाथरूम का दरवाजा बंद पाकर उन्होंने शिक्षक से पूछा कि बाथरूम का दरवाजा बंद क्यों है. इस पर शिक्षक कोई भी जवाब नहीं दे सके. इस विद्यालय में 180 नामांकित बच्चे हैं. चार शिक्षक कार्यरत हैं, लेकिन मात्र 40 विद्यार्थी उपस्थित थे. उपस्थिति पंजी मांगने पर शिक्षकों द्वारा प्रस्तुत नहीं किया गया. इसके बाद आयोग की टीम ने कुजरा हाई स्कूल का निरीक्षण किया.
यहां शौचालय गंदा पाया गया. आवासीय विद्यालय किस्को में भी गंदगी का अंबार देखा गया. छात्राओं से बात की. छात्राओं ने उन्हें बताया कि यहां संस्कृत एवं गणित के शिक्षक नहीं हैं. इस कारण आज तक संस्कृत एवं गणित विषय नहीं पढ़ायी गयी है. आयोग की टीम ने अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय एवं कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय किस्को का औचक निरीक्षण किया. इस क्रम में उन्होंने अजजा आवासीय उवि के भवन, दरवाजे, खिड़की के अलावा कंप्यूटर व पुस्तकालय कक्ष, बिजली, शौचालय को देखा. उन्होंने कहा कि शौचालय की व्यवस्था नहीं रहने के कारण बच्चों को शौच एवं स्नान करने के लिए नदी जाना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि जिला में बैठक कर संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया जायेगा. मौके पर आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने मिड डे मिल की भी जानकारी ली. बच्चों ने उन्हें बताया कि सुब्रतो कप 2014 में जिला में चैंपियन हुए थे, जिसके बाद प्रमंडल स्तर पर फुटबॉल खेला जाना था, लेकिन जिला खेल विभाग द्वारा सूचना नहीं दी गयी. इसके बाद बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय पहुंच कर शिक्षा व्यवस्था का हाल जाना. बच्चियों से मिल कर मिड डे मिल एवं शिक्षा की जानकारी ली. 12वीं की छात्राओं ने बताया कि फिजिक्स एवं केमेस्ट्री के शिक्षक नहीं रहने के कारण परेशानी हो रही है. मौके पर बाल संरक्षण के सदस्य भूपन साहू, बालकृष्णा सिंह, डीसीपीओ वीरेंद्र कुमार, डीएसइ रेणुका तिग्गा, पीओआइसी अनुरंजन कुमार, ग्राम स्वराज्य मंच के विंदेश्वर बेक, वार्डन राखी कुमारी, सोनी स्मिता व मेनका प्रजापति आदि मौजूद थे.
बाल कैदियों की जानकारी ली
प्रखंड भ्रमण के पश्चात आयोग की टीम परिषदन भवन पहुंची, जहां पदाधिकारियों से नारी निकेतन, विक्षिप्तों, ट्रैफिकिंग की शिकार युवतियां के रख-रखाव एवं बाल कैदियों के रहने से संबंधित जानकारी ली. इसके अलावा विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा की गयी. मौके पर एसडीओ राज महेश्वरम, समाज कल्याण पदाधिकारी संजय ठाकुर, बाल संरक्षण पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार, जेलर मुस्तकीम अंसारी, मालती वर्मा, मनोरमा एक्का, बालकृष्णा सिंह, विंदेश्वर बेक, लक्ष्मी कांत प्रसाद, व अरविंद वर्मा सहित अन्य मौजूद थे.
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