जिला संयोजक बिनोद भगत ने कहा कि सरकार की घोषणा के बावजूद आज तक आंदोलनकारियों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है यह काफी दुखद है. इसके लिए एक बार पुनः आंदोलन की जरूरत है. बैठक में तय किया गया कि आंदोलनकारियों को चिह्नित करते हुए स्वास्थ सुविधा, पेंशन समेत अन्य लाभ जल्द नहीं मिला तो आंदोलन किया जायेगा. इस दौरान मोर्चा का गठन किया गया. इसमें प्रखंड अध्यक्ष देवनरायण लकड़ा, संयोजक आनंद राम, उपाध्यक्ष आनंद भगत, अयूब अंसारी, मुकुल भगत, सचिव धनवा उरांव, सह सचिव धर्मदेव लकड़ा, कोषाध्यक्ष ताहिर अंसारी, कार्यकरणी समिति में सोमनाथ उरांव, जयमंती उरांव, हारुण रसीद,तारा राम समेत अन्य शामिल हैं.
बैठक में आंदोलनकारी चैतु मुंडा, रायमुनी उरांव, सुका टाना भगत, डिबुआ टाना भगत, शाहिद अहमद, जगेश्वर, किशन मुंडा, शंकर भगत, बुधुवा उरांव, बुद्धिमान उरांव, बुद्धदेव उरांव, कोल्हा उरांव, बंदे उरांव, पैरो देवी, झारखंड टोप्पो, बिरजू, बालकिशुन महतो, भोला, कमल, कुंवर, फूलचंद, चंदृदेव, सूरज, प्रभु, रामदास, दिलदार प अन्य मौजूद थे.