फाइलेरिया उन्मूलन अभियान आज से, घर-घर दी जायेगी दवा
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान आज से, घर-घर दी जायेगी दवा
बालूमाथ़ फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर शनिवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में पीरामल फाउंडेशन के अमरेंद्र कुमार ने बताया कि सरकार की पहल पर 10 से 25 अगस्त तक स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर दवा खिलायेंगे. यह दवा पूरी तरह सुरक्षित है और फाइलेरिया यानी हाथी पांव से बचाव करती है. इसलिए स्वास्थ्य कर्मी के सामने ही इसका सेवन करें. सीएचसी के डॉ सुरेंद्र कुमार ने कहा कि अभियान को सफल बनाने में सबकी भागीदारी जरूरी है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार फाइलेरिया मच्छरों के जरिये फैलने वाला रोग है, जो वुचरेरिया बैंक्रॉफ्टी नामक परजीवी से होता है. लंबे समय तक संक्रमण रहने पर हाथ-पांव या शरीर के अन्य हिस्सों में स्थायी सूजन हो जाती है, जिसे हाथी पांव कहा जाता है. मच्छर से बचाव और सरकारी दवा सेवन सबसे प्रभावी उपाय है. यह दवा डीइसी और एल्बेंडाजोल बीमारी को फैलने और बढ़ने से रोकती है. गर्भवती महिलाएं, एक वर्ष से कम उम्र के बच्चे और गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को यह दवा नहीं दी जाती. सेवन के बाद हल्का बुखार, सिरदर्द या बदन दर्द जैसी प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं, जो एक-दो दिन में ठीक हो जाती है. गर्भवती महिला और गंभीर रोगियों को छोड़कर सभी को दवा लेनी चाहिए. सरकार का लक्ष्य 2030 तक देश को फाइलेरिया मुक्त बनाना है. फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सामूहिक जागरूकता जरूरी है. मौके पर डॉ अलीशा टोप्पो, स्वास्थ्य कर्मी संदीप कुमार, बिरेंद्र कुमार, सुशीला देवी, सायरा बानो सहित कई ग्रामीण मौजूद थे.
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