इस बाइपास के बनने से एनएच-75 एवं एनएच-343 पर आये दिन लगनेवाले जाम की समस्या से एक बड़ी आबादी को निजात मिल जायेगी़ वहीं, बाइपास बनने से 40 गांव सीधे रूप से आवागमन से जुड़ जायेंगे़ एनएचएआइ के परियोजना निदेशक डीके गुप्ता ने कहा कि सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है़ भोपाल के एलएन मालवीय इंफ्रा प्रोजेक्ट कंपनी ने सर्वे का कार्य किया है़ दिसंबर तक डीपीआर बनाकर स्वीकृति के लिए भेज दिया जायेगा़.
संभावना है कि मार्च तक बाइपास निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जायेगा़ झारखंड राज्य बनने के बाद इस इलाके के करीब 15 लाख की आबादी के लिए यह बहुत बड़ा तोहफा होगा़.