संजय ने मनिता को घर में कुछ दिन रखा. इसके बाद उसने मनिता की पिटाई करके घर से निकाल दिया था. इससे मनिता के भाई नागेंद्र उरांव एवं पिता किशुनदयाल उरांव काफी आहत थे.
इसके बाद संबंध टूट गया. कुछ दिन बाद मनिता दिल्ली चली गयी. तीन साल बाद संजय अपने होनी वाली पत्नी के घर कारवाई शनिवार को आया था. उसके आने पर मनिता के भाई व पिता ने गुस्से में उसकी पीट-पीट कर हत्या कर दी. पुलिस ने इस मामले में तीनों को गिरफ्तार कर लिया है.