जमशेदपुर: देशभर के स्टील कंपनियों के प्रतिनिधि पर्यावरण को बचाने के लिए बुधवार को एक मंच पर आगे. टाटा स्टील की ओर से बेल्डीह क्लब में आयोजित दो दिवसीय सेमिनार सह मीटिंग में आयरन व स्टील कंपनियों की इनवायरमेंट ऑपरेटिंग कमेटी की दूसरी मीटिंग हुई. इस वर्ष मीटिंग का थीम है ‘जीरो वेस्ट वाटर डिस्चार्ज’. इस मीटिंग में टाटा स्टील के अलावा सेल, वाइजैग स्टील, एस्सार, जेएसडब्ल्यू, जेएसपीएल एवं मेकॉन के पर्यावरण विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं. प्रतिनिधियों ने जीरो वेस्ट डिस्चार्ज के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्य विधियों और इसे हासिल करने में सामने आनेवाली चुनौतियों के बारे में अपने विचार रखे. सेल आरडीसीआइएस के डीजीएम एवं हेड, ग्रुप इन्वायर्नमेंट एमएम चौबे ने यहां सचिवीय प्रतिवेदन प्रस्तुत किया.
इससे पूर्व इस मीटिंग का उद्घाटन मुख्य अतिथि वन एवं पर्यावरण मंत्रलय के निदेशक डॉ एनएलएनएस प्रसाद और टाटा स्टील के डिप्टी वीपी (शेयर्ड सर्विसेज) सुरेश कुमार ने संयुक्त रूप से किया. डॉ डी के बेहरा, सीनियर साइंटिस्ट, ओएसपीसीबी, संदीप कुमार, सीनियर साइंटिस्ट, सीपीसीबी, एके सक्सेना, चेयरमैन, स्टेट एक्सपर्ट अप्रेजल कमिटी (एसईएसी), झारखंड, एस के सिंह, पूर्व मेंबर सेक्र ेटरी, जेएसपीसीबी एवं सदस्य, एसइएसी, झारखंड, एस के रॉय, एडवाइजर टू एमडी, टाटा स्टील, एस भास्कर, चीफ पावर सिस्टम, प्रोफेसर ए के गुप्ता, आइआइटी खड़गपुर एवं श्री जेपीएन सिंह, फ्यूल एंड इनवायरमेंट मैनेजमेंट, (टाटा स्टील) ने उपरोक्त विषय पर अपने विचार व्यक्त किये.
क्या है जीरो वाटर डिस्चार्ज सिस्टम
पर्यावरण बचाने के लिए कंपनियों द्वारा नया सिस्टम विकसित किया है जिसमें स्टील बनाने में ज्यादा पानी का इस्तेमाल न हो और रिसाइकिल सिस्टम से पानी बरबाद होने से बचाया जा सके. साथ ही कंपनियों से पानी की निकासी कम होने से पानी प्रदूषित भी कम होगा.
सेल की पहल पर शुरू हुई मीटिंग
आयरन एवं स्टील कंपनियों के लिए इनवायरमेंट ऑपरेटिंग कमिटी की अवधारणा की पहल सेल द्वारा की गयी थी. यह कमिटी प्रतिवर्ष एक बार मीटिंग आयोजित करती है. पिछले साल सेल ने रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर फॉर आयरन एंड स्टील, रांची में ‘सॉलिड वेस्ट यूटिलाइजेशन’ थीम पर यह मीटिंग आयोजित की थी.