जमशेदपुर : एनजेसीएस में वेतन समझौता अंतिम चरण में है. जनवरी तक वेतन समझौता हो जाने की उम्मीद है. लगभग चीजें तय की जा चुकी हैं. ऐसे में टाटा स्टील के मजदूर एनजेसीएस के समझौता को लेकर तुलना करने में लगे हुए हैं.
यह आकलन सामने आया है कि किसी भी हाल में एनजेसीएस के बराबर वेज रिवीजन समझौता टाटा स्टील में संभव नहीं हो सकेगा. इसको सबके अलग-अलग तर्क हैं और हर तरह से आंकड़े को सही साबित करने की कोशिश शुरू कर दी गयी है. इसको लेकर यूनियन पर भी लगातार दबाव बन रहा है.
एलाउंस में होगा नुकसान
टाटा स्टील के कर्मचारियों को सीधे तौर पर एलाउंस पर नुकसान होगा. एनजेसीएस में एलाउंस के साथ ही अन्य मद में बेसिक का 6 फीसदी देना तय किया गया है जबकि हर एलाउंस टाटा स्टील में फिक्स है. एनजेसीएस में फीसदी के आधार पर राशि तय हो जाने के कारण हमेशा यह राशि बढ़ती जायेगी जबकि टाटा स्टील में एलाउंस फिक्स ही रहेगा.
सात साल की अवधि से बढ़ने को मैनेजमेंट तैयार नहीं : टाटा स्टील में समय को लेकर वेज रिवीजन समझौता रुका हुआ है. टाटा स्टील में सात साल की अवधि से बढ़ने को मैनेजमेंट किसी तैयार नहीं है. मैनेजमेंट की दलील है कि उनके कोल वाले एरिया में सात साल का हुआ है जबकि कोल वेज में पांच साल का समझौता हुआ था. ऐसे में विरोध के स्वर मुखर हो सकते हैं.