जमशेदपुरः हिंदू नववर्ष के पहले माह में गुरुवार को चंद्र ग्रहण के कारण शहर के सभी प्रमुख मंदिरों के मुख्य द्वार-कपाट शाम 4.22 बजे ग्रहण का सूतक लगते ही बंद कर दिये गये.
गुरुवार की मध्य रात (शुक्रवार) 1.22 बजे से 1.53 बजे तक यानी 31 मिनट का चंद्र ग्रहण भारत में देखने को मिला. देर रात लोगों ने ग्रहण को देखा. इसके बाद स्नान कर बिस्तर पर सोने गये.
रिफ्यूजी कॉलोनी श्री कृष्णा मंदिर के पुजारी संतोष कुमार त्रिपाठी ने बताया कि तड़के उठ कर मंदिर परिसर को धोया जायेगा. सभी देवी-देवताआंे को गंगा जल से स्नान कराया जायेगा. उनके वस्त्र बदली कर आरती की जायेगी.
इसके बाद उन्हें भोग लगाया जायेगा. उन्होंने कहा कि इस ग्रहण का किसी पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा. ग्रहण को माननेवालों लोगों ने सूतक लगने के पहले ही घर में रखे सभी खाद्य पदाथार्ें में तुलसी के पत्ते और कुशा डालने का काम किया. इसके अलावा लोगों ने दान देने का सामान भी निकाल लिया, जिसे सुबह मंदिर में पुजारी को पहुंचा दिया जायेगा.
भारत में नहीं देखा जा सकेगा सूर्यग्रहण
पहला सूर्य ग्रहण 9 मई की रात में लगेगा. यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं देखा जा सकेगा. दूसरा सूर्यग्रहण तीन नवंबर को लगेगा, यह भी भारत में नहीं देखा जा सकेगा. इन दोनों सूर्यग्रहण में सूतक के दान, स्नान का विचार करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इनका असर भारत पर नहीं होगा.