जमशेदपुर: नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन की इस्टर्न रीजन काउंसिल (एनसीटीइ इआरसी) ने शहर स्थित दो शिक्षण संस्थानों द्वारा दिये गये बीएड का आवेदन को रद्द करने के अपने फैसले पर पुनर्विचार किया है. पुनर्विचार के साथ ही दोनों संस्थान को शो-कॉज करने का निर्णय लिया गया है. इनमें बिष्टुपुर स्थित मिसेज केएमपीएम वोकेशनल कॉलेज और कदमा का डीबीएमएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन शामिल हैं. पिछले दिनों भुवनेश्वर में इआरसी की 196वीं मीटिंग हुई.
मीटिंग में पिछली बैठक में दोनों संस्थानों द्वारा मान्यता के लिए दिये गये आवेदन को रद्द करने के फैसले पर पुन: विचार किया गया. काउंसिल सदस्यों के अनुसार पहले संस्थान से शो-कॉज का जवाब तलब किया जायेगा. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने अथवा कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में आवेदन रद्द करने पर विचार किया जायेगा.
इससे पूर्व इआरसी की 194वीं मीटिंग में दोनों संस्थानों के भूखंड को लेकर आपत्ति जतायी गयी है. स्पष्ट किया गया है कि संस्थान के पास अपना अथवा राज्य सरकार अथवा राज्य सरकार की किसी इकाई द्वारा भूखंड का लीज मिला होना अनिवार्य है.
मिसेज केएमपीएम वोकेशनल कॉलेज के संबंध में बताया गया है कि संस्थान का भूखंड प्राइवेट लीज आधारित है. जबकि संबद्धता प्रदान करनेवाली संस्था की ओर से एनओसी भी जमा नहीं की गयी है. दूसरी ओर डीबीएमएस के संबंध में इआरसी की ओर से स्पष्ट किया गया है कि संस्थान का भूखंड प्राइवेट लीज पर है. इसे लेकर पिछली बैठक में दोनों संस्थानों के आवेदन रद्द करने का निर्णय लिया गया था.