Advertisement
अब शातिर अपराधियों का भी ट्रायल ई-कोर्ट में
जमशेदपुर: शहर में अब शातिर अपराधिरियों को पेशी के लिए कोर्ट लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सेशन ट्रायल से लेकर मजेस्ट्रियल ट्रायल तक का निष्पादन ई-कोर्ट के जरिये होगा. जमशेदपुर कोर्ट में दो ई-कोर्ट बन कर तैयार है जिसका 21 मार्च को सुप्रीम कोर्ट के जज तीरथ सिंह ठाकुर रांची हाई कोर्ट से इसका ऑनलाइन […]
जमशेदपुर: शहर में अब शातिर अपराधिरियों को पेशी के लिए कोर्ट लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सेशन ट्रायल से लेकर मजेस्ट्रियल ट्रायल तक का निष्पादन ई-कोर्ट के जरिये होगा. जमशेदपुर कोर्ट में दो ई-कोर्ट बन कर तैयार है जिसका 21 मार्च को सुप्रीम कोर्ट के जज तीरथ सिंह ठाकुर रांची हाई कोर्ट से इसका ऑनलाइन उदघाटन करेंगे. जमशेदपुर के अलावा रांची, धनबाद, बोकारो कोर्ट में भी इसी दिन ई-कोर्ट का ऑनलाइन उदघाटन किया जायेगा. उदघाटन से पूर्व ई-कोर्ट का ट्रायल करने का आदेश सभी कोर्ट के जिला जज को दिया गया है.
इस संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव राजेश कुमार ने बताया कि झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर जिला जज अनंत विजय सिंह, जिला एसएसपी एवी होमकर सहित कई पदाधिकारियों के साथ ई- कोर्ट को पूरा करने और उसका उदघाटन करने के बारे में जानकारी दी. राजेश कुमार ने बताया कि 21 व 22 मार्च को रांची में नालसा के आदेश पर रांची हाई कोर्ट में सेमिनार होगा, इस दौरान सभी ई-कोर्ट का ऑनलाइन उद्घाटन भी किया जायेगा. जमशेदपुर कोर्ट के ग्राउंड फ्लोर और प्रथम तल पर ई-कोर्ट बनाया गया है.
सेशन ट्रायल और मजेस्ट्रियल ट्रायल के लिए दो ई-कोर्ट
राजेश कुमार ने बताया कि जमशेदपुर में बनाये गये दो ई-कोर्ट में सेशन ट्रायल (गंभीर अपराध वाले मामले जैसे हत्या, रेप, हत्या का प्रयास आदि)और मजेस्ट्रियल ट्रायल (कम गंभीर अपराध वाले जैसे चोरी, मारपीट, आर्म्स एक्ट आदि) के मामलों का निष्पादन किया जायेगा.
हजारीबाग कोर्ट में न्याय सदन का भी होगा उदघाटन
राज्य के चार कोर्ट में ई-कोर्ट के उदघाटन के साथ साथ हजारीबाग कोर्ट में 21 मार्च को न्याय सदन का उदघाटन भी रांची हाइकोर्ट से ऑनलाइन किया जायेगा. हजारीबाग कोर्ट परिसर में न्याय सदन बन कर तैयार है. इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव राजेश कुमार ने बताया कि हजारीबाग कोर्ट में न्याय सदन नहीं होने के कारण डालसा के कर्मचारियों को थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. साथ ही लोग भी कब कहां आना है, किससे मिलना है इससे अवगत नहीं हो पाते थे. न्याय सदन बनने के बाद परेशान लोगों की परेशानी पूरी तरह समाप्त की जा सकेगी. इसमें सभी प्रकार के कक्ष बनाया गया है. लोगों के मध्यस्तता करने और उनके काउंसिल करने के लिए अलग अलग कक्ष बनाया गया है. जो कि आम जनता के लिए हित कर साबित होगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement