जमशेदपुर: जमशेदपुर पुलिस के पास बम निरोधक के नाम परमात्र एक मशीन साकची थाना परिसर में सीसीआर में बेकार पड़ी है. इसका कोई प्रयोग नहीं हो रहा है. जब कभी बम की अफवाह फैलती है तो बम निरोधक दस्ते के अभाव में पुलिस अपने अजीबोगरीब स्टाइल में बम डिफ्यूज करने पहुंचती है.
संसाधन के अभाव में पुलिस सहित आम लोगों की जान भी खतरे में रहती है. मानगो में पिछले दिनों मिले संदिग्ध सूटकेस को पुलिस ने इस तरीके से तोड़ा था कि अगर इसमें बम होता तो पुलिस वालों सहित न्यूनतम 100 लोगों की जान चली जाती.
जमशेदपुर पुलिस के पास बम निरोधक दस्ता नहीं है. पुलिस कर्मियों को किसी तरह का प्रशिक्षण भी नहीं दिया गया है. इस कारण जब कभी बम की सूचना मिलती है तो पुलिस किसी सामान्य वस्तु की तरह बम को बांस, डंडे या फिर हाथ से उठा कर ले जाती है.