इसमें टाटा समूह की सभी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं. नये निर्देश के तहत आयोजन से पहले संबधित आयोजक को इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को देनी है. शिखर 25 के तहत चुनौतियों के लिए प्राप्त समाधान को क्रियान्वित करना है. किसी तरह का खोज करने पर कंपनी की ओर से उसका उपयोग कंपनी के लाभ के लिए किया जायेगा तो उस इनोवेशन को अवार्ड दिया जायेगा. तत्काल 25 फीसदी अवार्ड मनी खोजकर्ता को दे दिया जायेगा, जिसके खोज के आधार पर कंपनी ने काम शुरू किया है.
इसके बाद 75 फीसदी काम पूरा होने के बाद दिया जायेगा. अगर किसी भी प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए कंपनी की ओर से निवेश किया जायेगा तो शिखर 25 के तहत उसकी फंडिंग की जायेगी. अगर यह रेवेन्यू साइड से लागू करना होगा तो आरएंडडी की ओर से इसकी फंडिंग की जायेगी. इस पूरी प्रक्रिया को प्रतियोगी बनाने को कहा गया है और इसको लागू करने के पहले आइएल 1 स्तर के अधिकारी की मंजूरी होना जरूरी है. टाटा स्टील का टीक्यूएम डिवीजन इसको संचालन व लागू करने के लिए जिम्मेदार होगा.