जमशेदपुर: झामुमो से जुड़े जयंत शेखर (आग) की मंगलवार की रात मौत के बाद बुधवार को उसके शव पर दावेदारी को लेकर अंतिम संस्कार के दौरान विवाद उभर गया. स्वयं को पत्नी बताने वाली एक महिला ने पोस्टमार्टम हाउस से पुलिस से शव को प्राप्त किया अौर अंतिम संस्कार करने भुइयांडीह बर्निंग घाट पहुंच गयी. दूसरी अोर शव की तलाश करते हुए बहन किरण देवी एवं परिवार वाले बर्निंग घाट पहुंच गये जहां उन्हें देख कर महिला और उसके साथ मौजूद लोगों के बीच बकझक हो गयी.
सूचना मिलने पर सीतारामडेरा पुलिस पहुंची और शव का अंतिम संस्कार कराने की बात कही. लेकिन विवाद बढ़ने के बाद सीतारामडेरा पुलिस चली गयी. बहन और परिवार के लोगों का आक्रोश देख कथित पत्नी और उसके साथ के लोग शव छोड़ कर चले गये. वहीं बहन एवं परिवार वालों ने झामुमो नेताअों ने देर शाम भुइयांडीह बर्निंग घाट पर जयंत का अंतिम संस्कार कर दिया. बहन किरण देवी ने बताया कि जयंत ने शादी नहीं की थी अौर अपनी मां के साथ राहरगोड़ा में रहता था. परिवार वालों के सहयोग के लिए झामुमो नेता प्रमोद लाल, गुरमीत सिंह गिल, पवन सिंह समेत अन्य लोग घाट में पहुंचे हुए थे.
बर्निग घाट पहुंची परसुडीह पुलिस. बर्निंग घाट पर हंगामा की सूचना मिलने के बाद परसुडीह थाना प्रभारी अनिमेष गुप्ता दल बल के साथ बर्निंग घाट पर आये. बर्निंग घाट पर आने के बाद उन्होंने परिवार के लोगों से बात की. परिवार के लोगों ने हत्या के बारे में पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि थाना में जयंत की कथित पत्नी आयी थी. जिस कारण से पुलिस ने उसे जयंत का शव उसके हवाले कर दिया. इस मामले में अब तक परिवार के लोगों की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं दी गयी है.
हेमंत सोरेन से मिले परिवार वाले. जयंत शेखर के परिवार वालों ने धालभूम क्लब में पूर्व मुख्यमंत्री अौर झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन से भेंट की अौर पूरी घटना से अवगत कराते हुए न्याय दिलाने की गुहार लगायी.
हेमंत सोरेन ने परिवार वालों को भरोसा दिया कि परिवार के साथ पूरा झामुमो खड़ा है. जरूरत पड़ी तो विधान सभा में भी मामला उठाया जायेगा. हेमंत ने परिवार वालों को सहयोग का भी भरोसा दिया.
पांच युवकों ने की जयंत की हत्या : किरण
जयंत की बहन किरण ने बताया कि मंगलवार की रात लगभग 7 बजे चार-पांच युवक जयंत को खोजते हुए घर आये अौर बहुत तंग करने की बात कहते हुए जान से मारने की बात कही. उनकी मां व बाड़ी में रहने वाली अन्य महिलाअों ने युवकों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे चले गये. लगभग साढ़े नौ बजे वे युवक फिर आये अौर कहा कि जयंत की लाश बारीगोड़ा काली मंदिर के समीप रेल लाइन किनारे पड़ी हुई है. इस जानकारी के अनुसार बाद परिवार के लोग वहां गये तो जयंत का सिर का एक हिस्सा लहुलुहान था अौर उसकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गयी अौर परसुडीह पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बहन के अनुसार घर आने वाले युवकों को बाड़ी के लोग पहचानते हैं. उसमें एक मिनी बस संचालक है.