जमशेदपुर : टीएमएच में गर्भवती महिला की मौत के बाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए बुधवार को अस्पताल के क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) में हंगामा मचाया और तोड़फोड़ की. इस दौरान कांच समेत अन्य सामानों को नुकसान पहुंचाया. सूचना पाकर पहुंची बिष्टुपुर पुलिस ने आक्रोशित लोगों को वहां से भगाया. इस घटना के बाद चिकित्सकों में नाराजगी है. देर शाम तक शव को नहीं उठाया गया था.
क्या है मामला : कदमा बीएच एरिया एल 5-45 निवासी अफरोज अंसारी की पत्नी मइजुबिन अंसारी (28) को पांच अगस्त को टीएमएच में भरती कराया गया था. वह गर्भवती थी और उसे तेज बुखार था. जांच में पाया गया कि उसे डेंगू है. चिकित्सकों ने जानकारी दी कि बच्चा पैदा कराना जोखिम भरा होगा, लेकिन परिजनों ने बच्चा को जन्म देने पर रजामंदी दे दी.
इसके बाद सिजेरियन अपरेशन से महिला ने बच्चे को जन्म दिया. लेकिन प्रसव के बाद से उसकी हालत बिगड़ने लगी. 8 अगस्त को उसे सीसीयू में भरती कराया गया. लेकिन बुधवार को दोपहर बाद उसकी मौत हो गयी. परिजनों ने आरोप लगाया कि गर्भवती का जब ऑपरेशन किया गया, उस दौरान नस काट दिया गया, जिस कारण रक्तस्राव नहीं रुका जिसके कारण उसकी मौत हो गयी.
महिला को बचाने का पूरा प्रयास किया गया, तोड़फोड़ निंदनीय : प्रबंधन. टीएमएच की ओर से टाटा स्टील के प्रवक्ता अमरेश सिन्हा ने बताया कि महिला भर्ती के समय ही डेंगू से पीड़ित थी. रिपोर्ट में यह बात सामने आ चुकी थी. गर्भवती का सिजेरियन ऑपरेशन कर प्रसव कराने में रिस्क था, जिसकी जानकारी परिजनों को दे दी गयी थी. डेंगू के कारण महिला का रक्तस्राव नहीं रुका, जिस कारण उनकी मौत हो गयी. अस्पताल की ओर से बेहतर इलाज करने का प्रयास किया गया. बावजूद इसके लापरवाही का आरोप लगाकर तोड़फोड़ करना निंदनीय है.