बिजली विभाग के अधिकारी की मनमानी से उपभोक्ता परेशान
मामला दर्ज नहीं करने के नाम पर पैसों की अवैध उगाही करते हैं
मामला दर्ज नहीं करने के नाम पर पैसों की अवैध उगाही करते हैं इचाक. बिजली विभाग के पदाधिकारी एवं अनुबंध कर्मियों की मनमानी से इन दिनों विद्युत उपभोक्ता एवं ग्रामीण परेशान हैं. एक ओर राज्य सरकार जहां 200 यूनिट फ्री बिजली दे रही है, वहीं विद्युत विभाग के अधिकारी एवं अनुबंध कर्मी ग्रामीणों के घर छापामारी कर अवैध तरीके से मोटी रकम वसूली करने में जुटे हैं. दैनिक अनुबंध कर्मी अपने निजी स्वार्थ के चलते विभाग के अधिकारियों को संदेहास्पद जानकारी देकर उपभोक्ताओं को परेशान कर रहे है. उनकी बात नहीं बनने पर झूठा केश करवा देते हैं. परासी गांव निवासी सुजाता देवी, फूलमंती देवी, उर्मिला देवी, मीणा देवी, मालती देवी, इतवरिया देवी, आसा देवी और कपिल प्रजापति समेत अन्य लोगों ने बताया कि घर में बिजली विभाग द्वारा छापामारी कर 30 हजार से 50 हजार रुपये तक जुर्माना लगा कर विभाग द्वारा इचाक थाना में आवेदन दिया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव से पूर्व राज्य सरकार द्वारा सभी का बकाया बिजली बिल माफ किया गया है. लेकिन उपभोक्ताओं के घर दैनिक कर्मी छापामारी के नाम पर अधिकारियों को लेकर जाते हैं और फिर मामला दर्ज नहीं करने के नाम पर पैसों की अवैध उगाही कर सुलहनामा की बात करते हैं. जिसका ऑडियो भी वायरल हुआ है. ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री, उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिख कर मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. एसडीओ कृष्णा प्रजापति से पूछे जाने पर बताया कि उपभोक्ताओं को उचित सुविधा मिल सके. विद्युत ऊर्जा चोरी पर अंकुश लगाने के लिए फील्ड में जाकर जांच करते हैं एवं नियम संगत कार्रवाई की जाती है. अगर कोई दैनिक अनुबंध कर्मी द्वारा गलत किया जा रहा है, तो यह जांच का विषय है. आरोप सिद्ध होने पर उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी.
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