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:6::: अपेक्षित विकास नहीं हुआ खरकी पंचायत का

:6::: अपेक्षित विकास नहीं हुआ खरकी पंचायत का फोटो कैप्सन-एलडीजीए-11 ग्रामीण जलापूर्ति टावर. एलडीजीए-12 अपने घर के पास बैठे बिरहोर परिवार. एलडीजीए-13 खटिया बनाते बिरहोर युवक. एलडीजीए-14 गुलाम बिरहोर. एलडीजीए-15 अधूरा पड़ा पुल. एलडीजीए-16 मुखिया चांदमनी लकड़ा.किस्को़ किस्को प्रखंड अंतर्गत खरकी पंचायत में मुखिया सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. जबकि पंचायत समिति के […]

:6::: अपेक्षित विकास नहीं हुआ खरकी पंचायत का फोटो कैप्सन-एलडीजीए-11 ग्रामीण जलापूर्ति टावर. एलडीजीए-12 अपने घर के पास बैठे बिरहोर परिवार. एलडीजीए-13 खटिया बनाते बिरहोर युवक. एलडीजीए-14 गुलाम बिरहोर. एलडीजीए-15 अधूरा पड़ा पुल. एलडीजीए-16 मुखिया चांदमनी लकड़ा.किस्को़ किस्को प्रखंड अंतर्गत खरकी पंचायत में मुखिया सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. जबकि पंचायत समिति के लिए अनारक्षित है़ खरकी पंचायत में पूर्व में नौ वार्ड था, जिसे बढ़ा कर 11 वार्ड कर दिया गया है. वार्ड एक में अनुसूूचित जनजाति, महिला वार्ड दो अनारक्षित, वार्ड तीन अनुसूचति जाति, वार्ड चार अनुसूचित जाति, वार्ड पांच अनुसूचित जाति, वार्ड छह अनारक्षित महिला, वार्ड सात अनारक्षित महिला, वार्ड आठ अनुसूचित जनजाति महिला, वार्ड नौ अनुसूचित जनजाति महिला, वार्ड 10 अनुसूचति जनजाति अन्य एवं वार्ड 11 में अनुसूचित जनजाति महिला का सीट दिया गया है. खरकी पंचायत में प्रत्येक वार्ड की मतदाता संख्या जिसमें वार्ड एक में 426, वार्ड दो में 548, वार्ड तीन में 461, वार्ड चार में 349, वार्ड पांच में 424, वार्ड छह में 509, वार्ड सात में 505, वार्ड आठ में 595, वार्ड नौ में 452, वार्ड दस में 474 एवं वार्ड 11 में 589 मतदाता है. कुल 5332 मतदाता खरकी पंचायत में है. बिरहोर कॉलोनी में बिजली नहींखरकी पंचायत अंतर्गत सेमरडीह बिरहोर कॉलोनी में 1998 ई से 22 परिवार बिरहोर जाति के रहते हैं. लेकिन अभी तक बिरहोर कॉलोनी में बिजली नहीं पहुंचा है. 1998 से अब तक कई मंत्री, विधायक, पंचायत के जनप्रतिनिधि के अलावा बड़े अफसरों का भ्रमण हो चुका है, लेकिन सुविधाओं का आश्वासन देने के बावजूद बिरहोर परिवारों की स्थिति नहीं सुधरी. चुआं का पानी पीते हैं बिरहोर परिवार पंचायत चुनाव के पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी इन बिरहोर परिवारों का तकदीर व तसवीर किसी ने बदलने का प्रयास नहीं किया. गुलाम बिरहोर का कहना है कि सभी नेता व अधिकारी आकर बड़े सपने दिखा कर चले जाते हैं. सुखनाथ बिरहोर का कहना है कि सभी बिरहोर परिवार के साथ हमेशा धोखा हुआ है. मुखिया चांदमनी उरांव को तो बिरहोर परिवार से कोई मतलब ही नहीं रहता है. बिजली व पानी की समस्या के बारे में बोल-बोल कर थक चुके हैं, लेकिन हमारे साथ शुरू से ही अन्याय हो रहा है़ पति बिरहोरीन का कहना है कि पंचायत चुनाव होने के बाद बिरहोर परिवार की स्थिति सुधरने की उम्मीद जगी थी, लेकिन किसी भी समस्या का समाधान नहीं होने से काफी निराशा हुई. नहीयारी बिरहोरीन का कहना है कि सभी अधिकारी व जनप्रतिनिधि ने इनके बच्चों एवं इनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है. लालटेन व ढिबरी के सहारे हमारे बच्चे पढ़ते हैं. हमलोगों के पास न तो अच्छे मकान है, न ही रोजगार. लकड़ी, दातुन और पत्ता बेच कर हमारी जिंदगी चल रही है़ एक चापानल है, लेकिन मरम्मत के अभाव में वह भी शोभा की चीज बनी हुई है. हमें तो नदी के चुआं का पानी पीना पड़ता है. 4600 रुपये की लागत से पंचायत में लगभग आधा दर्जन गांवों में शौचालय का निर्माण कार्य मुखिया ने कराया.हरसंभव विकास का प्रयास किया : मुखियाचांदमनी उरांव का कहना है कि पंचायत क्षेत्र के सभी टोला मुहल्ला में विकास का कार्य किया गया है. 400 गरीब विधवाओं एवं वृद्धजनों का विधवा पेंशन व वृद्धा पेंशन दिलाने का काम किया गया है. पेयजल, सड़क, शौचालय का कार्य पंचायत क्षेत्र के सभी गांवों में कराया गया है. जरूरतमंद लोगों को इंदिरा आवास, बिरसा आवास दिलाया गया है. पीसीसी, नाली, चबूतरा, चापानल का कार्य कराया गया है. हर घर में राशन कार्ड बनवाने का काम किया गया है. दूसरे नंबर में जयश्री भगत थी, जो अब गांव में नहीं रहती हैं.

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